यह है मामला
बिलासपुर के तिलक का अप्रैल में एक्सीडेंट होने के बाद दाएं हाथ की नस डैमेज हो गई थी। बुधवार को उसकी डैमेज नस की तीसरी सर्जरी की गई और शाम 6 बजे ओटी से लाकर प्लास्टिक सर्जरी वार्ड में लाया गया। बताया गया कि सर्जरी के बाद मरीज को सिर में असहनीय दर्द होने लगा। इससे व्याकुल होकर वह बार-बार बिस्तर से उठने की कोशिश और पत्नी से शिकायत करता रहा।
मरीज के अनुसार- रात 11 से साढ़े 11 बजे के करीब डॉ. जलज वार्ड में पहुंचे तो मरीज ने डॉक्टर से कहा कि उन्हें क्यों लगता है कि उनके साथ मारपीट की गई है, बाल तो नहीं नोचे गए? इतना सुनते ही डॉक्टर ने कहा – तो क्या हमने
मारपीट की है, ऐसा कहते हुए दो थप्पड़ जड़ दिए। मरीज का कहना है कि वह सन्न रह गया और पास में खड़ी पत्नी के बीच-बचाव करने पर उसे भी धक्का मार दिया गया। उल्टे एम्स का पूरा स्टाफ भी डॉक्टर के पक्ष में है।
वीडियो में मोबाइल छीनने की भी कोशिश
पत्रिका को मिले वीडियो में मरीज डॉक्टर से शिकायत कर रहा है कि क्या हम सवाल पूछेंगे तो आप थप्पड़ मार दोगे? अभी ऑपरेशन हुआ और आप हम पर हाथ छोड़ दोगे? जवाब में
डॉक्टर कहता है कि आपने व्यवहार कैसे किया, देखो…यह कहते हुए मोबाइल लेने की कोशिश में हाथ आगे बढ़ता है और कैमरा बहुत हिलता है और वीडियो बंद हो जाता है।
मारा नहीं, समझाने की कोशिश
किसी ने मरीज को नहीं मारा, डॉक्टर भला क्यों मारेगा? मरीज की डैमेज नस का ऑपरेशन किया गया, इसलिए दर्द के कारण वह बार-बार बिस्तर से उठकर जाने की काेशिश और अनर्गल आरोप लगा रहा था, जिसे स्टाफ व डॉक्टर ने रोकने-समझाने की कोशिश की। मरीज स्टाफ व अन्य अटेंडेंट के साथ भी बदतमीजी कर रहा था। मरीज को ताजे ऑपरेशन के बाद कोई नुकसान ना हो, इसलिए डॉक्टर व स्टॉफ उसे रोक रहे थे। – डॉ. मृत्युंजय राठौर, पीआरओ एम्स