बिलासपुर की ओर औद्योगिक केंद्र, लॉजिस्टिक, कॉमर्शियल हब लोहा उद्योग के लिए प्रस्तावित किया गया है। यहां गोदाम, उद्योग, ट्रांसपोर्ट नगर, लॉजिस्टिक पार्क बनाने के लिए भूमि उपयोग प्रस्तावित किया गया है। जिसमें अब मास्टर प्लान के तहत बोरियाकला एजुकेशन हब, कचना प्रीमियम रेसिडेंशियल जोन, गिरौद को लॉजिस्टिक हब, टाटीबंध को ट्रांसपोर्टेशन जोन, तिल्दा को नया औद्योगिक क्षेत्र के रूप में डेवलप करने की योजना बनाई गई है। रायपुर शहर का दायरा शामिल करने के बाद 50 हजार 72 हेक्टेयर तक अब निवेश क्षेत्र का दायरा बढ़ाया गया है। 35 हजार 553 विकसित क्षेत्र करने का प्रस्ताव दिया गया है।
पिछले मास्टर प्लॉन में कम हो पाया था विकास
दक्षिण में प्रस्तावित आरआर-04 (पुराना) पर अनियंत्रित विकास नए मास्टर प्लान में 35 हजार 553 हेक्टेयर जमीन का भूमि उपयोग तय किया गया है। यह मास्टर प्लान 2021 की अपेक्षा 18152 हेक्टेयर अधिक है। पिछली प्लानिंग 25 लाख आबादी के लिए 16000 हेक्टेयर जमीन के साथ बनाया गया था। अब विभाग ने 30 लाख की आबादी के लिए प्लान तैयार किया गया है। मास्टर प्लान 2021 में निर्धांरित भूमि का 3872.62 हेक्टयर कम में ही विकास हो पाया था। इसलिए अब इस बार मास्टर प्लॉन का हर तीसरे साल रिव्यू किया जाएगा।
इन क्षेत्रों का बदला है लैंडयूज
अब मास्टर प्लान के तहत बोरियाकला एजुकेशन हब, कचना प्रीमियम रेसिडेंशियल जोन, गिरौद को लॉजिस्टिक हब, टाटीबंध को ट्रांसपोर्टेशन जोन, तिल्दा को नया औद्योगिक क्षेत्र के रुप में डेव्हलप करने की योजना बनाई गई है। इस विकास योजना में अहम भूमिका सड़कों का निर्माण किया जाएगा। इन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा लैंड यूज में बदलाव किया गया है। यहां से दावा-आपत्ति आ सकती है।
– मिश्रित लैंड यूज रोड के दोनों तरफ 200 मीटर तक – बिलासपुर रोड पर औद्योगिक और वाणिज्यिक प्रस्तावित किया गया – यातायत की समस्या को रोकने शहर के बाहर होंगे ट्रांसपोर्ट नगर, लॉजिस्टिक पार्क बनेंगे
इन सड़कों पर विकास योजना ऐसे रिंग रोड का अभाव जो नगर के दक्षिण-पूर्वी हिस्से को रिंग रोड – 03 से जोड़ना। एनएच-53 से कचना/ आमासिवनी जैसे क्षेत्रों में पर्याप्त कनेक्टिविटी का अभाव।
मौजूदा आरआर- 04 एलिवेटेड है, इसलिए औद्योगिक यातायात का भार अभी भी आरआर-02 एवं अन्य स्थानीय मार्गों पर निर्भर है। आरआर- 04 (नए) के आगे भी उद्योगों का विकास।
नया व्यापारिक केंद्र
नया रायपुर और रायपुर के बीच एक बफर जोन बनाने की योजना है। फुंडहर, वीआईपी रोड, और नया रायपुर से जोड़ा जाएगा। इसके लिए इस बीच में एक व्यापारिक केंद्र बनाया जाएगा। यह डूमरतराई थोक मार्केट से ज्यादा विकसित होगा।
मास्टर प्लान में नया रायपुर और पुराना रायपुर को जोड़ने के लिए व्यापारिक केंद्र और मुख्य सड़कों के आसपास विकास बढ़ाने के लिए 200 मीटर तक मिश्रित लैंड यूज किया गया है। संदीप बागड़े, संयुक्त संचालक, ग्राम तथा नगर निवेश विभाग