रेलवे प्रशासन भी राजधानी ट्रेन को यात्रियों के लिए सबसे सुरक्षित मानता है। इसी ट्रेन के ए-5 कोच से चोरी होने का मामला सामने आया है। शहर के शंकरनगर अशोका टॉवर में रहने वाले निरंजन अग्रवाल ने घटना की पूरी रिपोर्ट जीआरपी थाने में दर्ज कराई है। उन्होंने (cg crime news) पुलिस को बताया कि उनके बेटे की शादी देहरादून में थी। वहां से पूरे परिवार के साथ दिल्ली आए। परिवार के 35 सदस्यों के साथ उनका रिजर्वेशन राजधानी सुपरफास्ट ट्रेन के ए-5 में रायपुर तक था। नागपुर तक सफर ठीक-ठाक रहा।
जैसे ही ट्रेन नागपुर से सुबह 6 बजकर 33 मिनट पर छूटी तो कुछ ही देर में महिला यात्री को झपकी आ गई। 20-25 मिनट बाद ही उनकी आंख खुलने पर देखा कि हैंड बैग गायब है। तो परिवार के सभी सदस्य घबरा गए। उस बैग के एक पैकेट में 1 लाख नकदी और बीच के पॉकेट में सोने-चांदी के जेवर व आखिरी पॉकेट में गिफ्ट में मिले लिफाफे रखे हुए थे।
ट्रेन में मौजूद थे सुरक्षा जवान राजधानी सुपरफास्ट पूरी तरह से एसी ट्रेन है। इस ट्रेन में आम ट्रेनों की तरह किसी भी स्टेशन में यात्री सवार नहीं होते। इस ट्रेन में नागपुर डिवीजन के सुरक्षा जवानों की ड्यूटी थी। यात्री निरंजन अग्रवाल ने बताया कि जब चोरी होने की जानकारी सुरक्षा जवानों की दी तो वे खोजबीन करने लगे। डस्टबीन चेक किए तो उसमें हैंड बैग पड़ा मिला। खोलकर देखा तो 1 लाख रुपए (crime news) नकदी गायब थी। सुरक्षा जवानों ने कोच के अटेंडर और सफाई कर्मी से पूछताछ की, लेकिन दोनों चोरी करने से इनकार कर दिया। रायपुर पहुंचने पर इन्हीं दोनों पर संदेह जताते हुए रिपोर्ट लिखाई है।