CG Mob Lynching: उन्होंने कहा, कोई गड्ढे में कूद गया है और उसकी मृत्यु हो गई तो इसे कैसे मॉब लिंचिंग कह सकते हैं? उन्होंने कहा, सबसे पहले तो जो बहुसंख्यक समाज की भावनाएं हैं उसे समझना पड़ेगा। अल्पसंख्यक समाज के लोग उनकी भावनाओं को आहत न करें। मैं तो प्रेस से भी कहना चाहूंगा जो खुद गड्ढे में कूद कर मर गए उसको मॉब लिंचिंग का रूप आपलोग क्यों दे रहे हैं? सरकार को सभी लोगों पर ध्यान रखने की आवश्यकता होती है।
विश्व हिंदू परिषद भी अपने जगह सही है। निश्चित रूप से गायों की तस्करी एक समाज विशेष के लोग कर रहे हैं। यह दुर्भाग्य जनक है। छत्तीसगढ़ में पहले जब 15 साल तक भाजपा का शासन था इसके ऊपर रोक लगाई गई थी, इसके लिए कानून लाया गया था। मैं चाहूंगा जितने भी गाय तस्करी करने वाले लोग हैं और कसाई खाने में गायों को ले जाने वाले लोग हैं उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने लोकसभा में अपने अनुभव को भी साझा किया।
CG Mob Lynching: आरंग घटना में पहली गिरफ्तारी हुई है। पुलिस की एसआईटी ने दुर्ग से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। एक दिन पहले ही मॉब लिंचिंग में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज पीड़ित परिवार और समाजजनों ने प्रदर्शन किया था।
CG Mob Lynching: तीन लोगों की गई थी जान
उल्लेखनीय है कि 7 जून की रात ट्रक सवार गुड्डू खान, चांद मियां और सद्दाम हुसैन को कुछ युवकों ने आरंग स्थित महानदी पुल पर रोक लिया था। इसके बाद तीनों को मवेशी तस्कर समझकर पिटाई कर दी। इससे तीनों की मौत हो गई। पुलिस के पहुंचने पर गुड्डू और चांद मियां पुल के नीचे पड़े मिले थे।