ट्रेनों के कैंसिल होने और गिनती की बसों के चलने के कारण अधिकांश में भीड़ देखने को मिली। वहीं सीट नहीं मिलने पर मजबूरी में यात्री खड़े होकर सफर करते हुए दिखे। हालांकि यात्रियों को परेशानी से बचाने के लिए बड़ी संया में स्कूल बसों का अधिग्रहण किया गया है। बस मालिकों का कहना है कि मतदान के बाद 9 मई से बस सेवा सामान्य होगी। बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए राज्य पुलिस और परिवहन विभाग को 24479 वाहनों का अधिग्रहण करने के निर्देश दिए गए थे। इसमें से प्रथम और दूसरे चरण के चुनाव के लिए 9500 वाहनों का अधिग्रहण किया गया था।
इतने वाहनों का अधिग्रहण
लोकसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के लिए प्रदेशभर से 15000 से ज्यादा वाहनों का अधिग्रहण किया गया है। इसमें 3000 यात्री बस, 2000 स्कूल बस, 3500 टैक्सी और कार और 6500 मालवाहक वाहन शामिल है। बता दें कि मतदान दलों के लिए स्कूल और यात्री बस, सेक्टर, जोनल, प्रेक्षक, उड़नदस्ता एवं अन्य दलों के लिए शासकीय विभागों की वाहन, टैक्सी और कार के साथ ही सुरक्षा बलों के लिए मालवाहक वाहनों का अधिग्रहण किया गया है।
रायपुर के लिए स्कूल बस
रायपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए करीब 1500 वाहनों का अधिग्रहण किया गया है। इसमें मतदान दलों के लिए 721 स्कूली बसों को तैनात किया गया है। वहीं सुरक्षा बलों के लिए 750 से ज्यादा मालवाहक वाहन लिए गए है। यह वाहन रायपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले रायपुर जिले के साथ ही धरसींवा, आरंग, अभनपुर के साथ ही तिल्दा भेजा जाएगा। बता दें कि अधिग्रहित वाहनों में करीब 150 वाहनों को रिजर्व रखा गया है।
बसें दूसरे जिलों में भेजी गई
तीसरे चरण में होने वाले चुनाव के लिए वाहनों की कमी देखते हुए रायपुर से करीब 300 वाहनों को दूसरे जिलों में भेजा गया है। इसमें करीब 150 यात्री बस और 150 अन्य वाहन शामिल है। इनका उपयोग संबंधित जिलों में जरूरत के अनुसार किया जाएगा। बता दें कि बलौदाबाजार और सारंगढ़ में वाहनों की कमी को देखते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी से वाहन मांगे गए थे।