काढ़ा सेवन के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष विभाग चला रहा जनजागरूकता अभियान विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार यह तकनीक उन क्षेत्रों के लिए अधिक कारगर और प्रभावी होगी जहां ग्रीष्म काल में भू-जल स्तर गिरने से पेयजल और निस्तार की गंभीर समस्या आती है। इसके तहत ‘व्ही वायर इंजेक्शन वेल’ रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम दुर्ग जिले के निकुम और अंजोरा ढाबा गांव में इस तकनीक को लगाने के लिए 16 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। उन्होंने ‘व्ही वायर इंजेक्शन वेल’ रेन वाटर हार्वेस्टिंग तकनीक और इसकी कार्य प्रणाली के संबंध में बताया कि इस तकनीक से 2.5 एकड़ क्षेत्र में होने वाली वर्षा जल से 10 एमएलडी अर्थात एक करोड़ लीटर वर्षा जल को जमीन के अंदर इंजेक्ट कर रिचार्ज किया जा सकता है। इस योजना के पूर्ण होने से क्षेत्र के 10 हजार ग्रामीण लाभान्वित होंगे।