कुछ देर बाद आसपास की सर्चिंग करने पर मौके से एक और बम बरामद किया गया है। पुलिस टीम फिलहाल मौके से नहीं लौटी है। आशंका है कि माओवादियों ने आसपास के क्षेत्र में और भी विस्फोटक छिपाए रखा है। गौरतलब है कि माओवादी १५ अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस का विरोध करते हुए प्रभावित क्षेत्र के भीतरी गांव में काला झंडा फहराते हैं। ग्रामीणों को आजादी के जश्न से दूर रहने आह्वान करते हैं। इन्हीं हालातों के मद्देनजर कोहका थाने की टीम आस-पास के गांव में सर्चिंग पर निकली थी। इसी बीच जामरी के पास आधा किलोमीटर दूर से धमाका हुआ तो एक पल के लिए सर्चिंग टीम के जवान सकते में आ गए थे।जवानों ने तत्काल अपनी पोजीशन ली।इस बीच आसपास के क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया गया तो मौके से एक और ढ्ढष्ठ बरामद हुई। एंटी नक्सल ऑपरेशन एएसपी वायपी सिंह ने बताया कि कोई भी जवान इस घटना में हताहत नहीं हुए हैं।क्षेत्र में सर्चिंग जारी है।
जंगल के गांवों में फोर्स की मौजूदगी में मना स्वतंत्रता दिवस
मानपुर अनुविभाग के कोहका थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित ग्राम कोराचा में आज ध्वजारोहरण हेतु आईटीबीपी और जिला पुलिस बल की पार्टी रवाना हुई थी, लौटते वक्त पुलिस पार्टी से कुछ दूरी पर महाराष्ट्र सीमा के पास स्थित जामडी गांव के खेत के पास एक आई.ई.डी. बलास्ट हुआ। पुलिस पार्टी पूर्णता सुरक्षित है। एक अन्य आई.ई.डी. बरामद की गई है।
आईटीबीपी एवं जिला पुलिस द्वारा जिले के नक्सल प्रभावित कई ग्रामों
में जाकर ग्रामीणों के साथ ध्वजारोहरण किया गया। ग्राम पीटेमेटा, मिचगांव, टाटेकसा, खडगांव, पुसेवाड़ा, गज्जीटोला, कट्टापार, शारदा, मुंदेली, आमाकोड़ो, कोराचा, परवीडीह इत्यादी ग्रामों में फोर्स द्वारा वहाॅ जाकर ग्रामीणों के साथ इस राष्ट्रीय पर्व को मनाया गया।