कंपनियों का सर्वे नहीं आ रहा काम
माना एयरपोर्ट से विदेशी उड़ानों के लिए एयरलाइंस कंपनियों की भी रुचि है। पिछले साल एयर एशिया, विस्तारा सहित अन्य कंपनियों ने सर्वे किया था। इंडिगो ने भी विदेशी उड़ानों को लेकर दिलचस्पी दिखाई है। कंपनियों की नजर रन-वे विस्तारीकरण पर टिकी हुई थी। लेकिन अब रन-वे विस्तार के बाद जमीन मुआवजा के विवाद की वजह से इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार हर साल बड़ी संख्या में राज्य के पर्यटक व यात्री दुबई, सिंगापुर, मलेशिया, बैंकाक-पटाया, थाइलैंड जाते हैं। अभी यात्रियों को मुंबई, दिल्ली, चेन्नई व कोलकाता से हवाई मार्गों का सहारा लेना पड़ रहा है।
विवादित भूमि- 40-50 एकड़
एयरपोर्ट का परिक्षेत्र- 900-1000 एकड़
विस्तारीकरण के पहले रन-वे की लंबाई-2,650 मीटर
विस्तारीकरण के बाद रन-वे की लंबाई- 3,251 मीटर
नए रन-वे से अंतरराष्ट्रीय उड़ान
माना स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के निदेशक राकेश सहाय ने बताया कि नए रन-वे से उड़ान भरने के लिए डीजीसीए की अनुमति आवश्यक है। जमीन मुआवजा का मामला कोर्ट में लंबित है। राज्य सरकार ने भरोसा दिलाया है कि मामला शीघ्र ही निपटा लिया जाएगा। निराकरण के बाद ही नए रन-वे का इस्तेमाल किया जा सकेगा। अंतरराष्ट्रीय उड़ान तभी शुरू हो पाएंगे।