इस परियोजना के तहत मंदिर की सीढ़ियों पर पर्यटन सुविधाएं, पार्किंग, तालाब का सुंदरीकरण और श्रद्धालुओं के लिए सुविधा केंद्र विकसित किए जाएंगे। साथ ही प्रज्ञागिरी पहाड़ी पर भी श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इस योजना के मुख्य आकर्षण का केंद्र श्री यंत्र की डिजाइन में विकसित किया जाने वाला श्रद्धालुओं सुविधा केंद्र होगा।
इससे छत्तीसगढ़ के पर्यटन को वैश्विक स्तर पर न सिर्फ अलग पहचान मिलेगी, बल्कि श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की संख्या बढ़ने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। डोंगरगढ़ को महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में मान्यता दिलाने के लिए छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड एवं सचिव पर्यटन विभाग द्वारा केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय से लगातार पत्राचार किया जा रहा था।