उद्योगपति की लोकेशन अपहरणकर्ता हर दिन बदल रहे है, विवेचना अधिकारियों को यह पता चला है। संदेहियों से मिली इस सूचना के आधार पर मंगलवार को टीम में शामिल कुछ सदस्यों ने लोकल मुखबिरों के साथ मिलकर छापेमारी की है। सोमवार और मंगलवार को बिहार में हुई कार्रवाई की रिपोर्ट बिहार में मौजूद डीएसपी रैंक के अधिकारी ने रायपुर एसएसपी आरिफ शेख को भेजी है। बिहार से रिपोर्ट आने के बाद एसएसपी शेख ने आला अधिकारियों को पूरे मामलें की जानकारी दी है।
गोपनीय स्थान में हो रही पूछताछ
बिहार एसटीएफ और छत्तीसगढ़ की टीम उद्योगपति का पता लगाने के लिए किन-किन बिंदुओं पर काम कर रही है? इस बात की मुखबिरी अपहरणकर्ताओं या मीडिया का नो हो इसलिए पटना के गर्दनीबाद इलाके में खुफिया अस्थाई कार्यालय बना है। इस कार्यालय में गर्दनीबाग, बाढ़ और राघोपुर दियारे से हिरासत में लिए गए संदेहियों को उठाकर उनसे घंटो पूछताछ की जा रही है। जिन संदेहियों से मंगलवार को पूछताछ की गई उसमें हिंगोरा कांड के अभियुक्त अमरजीत बबलू के शामिल होने की चर्चा है, लेकिन इसकी पुष्टि अफसर नहीं कर रहे है।
घटना पर एक नजर
8 जनवरी की रात को रायपुर के उद्योगपति प्रवीण सोमानी का अपहरण तब हो गया था, जब वे सिलतरा में स्थित अपनी इस्पात कंपनी से घर वापस लौट रहे थे। परिजनों की सूचना के बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू की तो व्यवसायी की रेंज रोवर कार उनके ऑफिस के पास लावारिस हालत में मिली थी। इस मामले में रायपुर एसएसपी आरिफ शेख के नेतृत्व में पुलिस टीम वैशाली के बिदुपुर में दो दिनों तक छापेमारी करने के बाद पटना पहुंची थी। एसएसपी शेख रायपुर वापस लौट आए है, लेकिन उनकी टीम लगातार उद्योगपति की तलाश में जुटी हुई है।
बिहार में छत्तीसगढ़ पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन
उद्योगपति की तलाश में गर्दनीबाग के युवकों को बिना नोटिस दिए अफसरों ने हिरासत में ले लिया। युवकों के परिजनों ने पुलिस से पूछताछ की तो उन्हें संतोषप्रद जवाब नहीं मिला। परिजनों सोमवार की रात तक गर्दनीबाग थाना के चक्कर काटते रहे, लेकिन उन्हें हिरासत में आए युवकों की जानकारी नहीं मिली। पुलिस की इस कार्रवाई से नाराज होकर परिजनों ने सरिस्ताबाद से आयुषी मोड़ तक जाम कर दिया। पुलिस ने जब समझाइश दी, तब उसके बाद मामला शांत हुआ।
वैशाली