दूसरा विवाह किया आईपीएस एएम जूरी ने बिलासपुर पुलिस अधीक्षक के पद पर रहते हुए पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी की थी। इसकी लिखीत शिकायत उनकी पत्नी और बच्चों ने तात्कालीन डीजीपी ओपी राठौर और बिलासपुर के आईजी डीएस राजपाल से की थी। विभागीय जांच में एसपी जूरी को मामले में दोषी पाए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। उल्टे जांच रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था।
कोयला चोरी का आरोप आईपीएस केसी अग्रवाल ने सूरजपुर में पुलिस अधीक्षक के पद पर रहते हुए कोयला चोरी का आरोप लगा था। उन्होंने अपने पद का दुरपयोग करते हुए उन्हे शह देने के साथ ही चोरी में सहयोग भी किया था। इस गिरोह के सरगना के साथ ही सीधा कनेक्शन था। जांच के दौरान करोड़ो रुपए के कोयले की अफरा-तफरी करने में उनकी संलिप्ता मिली थी।
पदोन्नत किया गया
विभागीय जांच में आरोपी पाए जाने के बाद भी दोनों ही अफसरो को डीआईजी के पद पर पदोन्नत किया गया। शिकायतों के बाद भी एएम जूरी बलौदाबाजार और बालोद एसपी बनाए गए थे। इसी तरह केसी अग्रवाल को भी जशपुर के साथ ही सूरजपुर जिले का प्रभार दिया गया था। गौरतलब है कि यह पहली बार है कि जब एक साथ दो आईपीएस अफसरों को निलंबित किया गया है। इसके पहले आईपीएस अफसर राजकुमार देवांगन को केंद्र सरकार ने अनिवार्य सेवानिवृति देकर घर भेजा था।
भुगतान होगा
पुलिस मुख्यालय के अधिकारिक ने बताया कि दोनों ही अफसरों सेवानिवृति के बाद किसी भी तरह का लाभ नहीं मिलेगा। सेवाकाल के दौरान जमा हुई राशि का एकमुश्त भुगतान कर दिया जाएगा।