पुलिस के मुताबिक आईआईएम में एमबीए फर्स्ट इयर की छात्रा समीक्षा के वाट्सऐप पर 29 अक्टूबर को अज्ञात नंबर से पार्ट टाइम जॉब का मैसेज आया। छात्रा ने उसमें दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल करते हुए जॉब के बारे में पूछा। दूसरी ओर से उन्हें एक टेलीग्राम आईडी से जुड़ने कहा गया। छात्रा उस टेलीग्राम आईडी से जुड़ गई। इसके बाद उसने पूछा कि जॉब में करना क्या है? दूसरी ओर से बताया गया कि डीजीफ्लिप कार्ट में जाकर जो भी प्रोडक्ट है, उसे एड टू कार्ट करना है। हर एड टू कार्ट के बदले उसे 50 रुपए मिलेगा। छात्रा इससे सहमत हो गई। उसने अपना बैंक खाता नंबर भी दे दिया। इसके बाद छात्रा ने फ्लिपकार्ट में जाकर वहां के प्रोडक्ट को एड टू कार्ट करना शुरू कर दिया। उसने 8 बार एड टू कार्ट किया। इससे उनके बैंक खाते में कुल 500 रुपए जमा हुए।
छात्रा को ऐसे उलझाया शातिर साइबर ठगों ने छात्रा को कम पैसे में ज्यादा रिटर्न का झांसा देकर लालच में फंसा लिया। 500 रुपए मिलने पर छात्रा का भरोसा भी बढ़ गया। इसके बाद साइबर ठगों ने टेलीग्राम आईडी में उसे 10 हजार जमा करने पर 13 हजार रुपए मिलने का लालच दिया। छात्रा ने 10 हजार रुपए जमा कर दिया। इसके बाद उन्हें 13 हजार रुपए सेकंड राउंड में मिलने का झांसा दिया गया और सेकंड राउंड के लिए 51 हजार 760 रुपए जमा करने कहा गया। छात्रा ने उतनी राशि जमा कर दी। इसके बाद उनसे 1 लाख 31 हजार रुपए जमा करने के लिए कहा गया। साथ ही चेतावनी दी गई कि अगर 1 लाख 31 हजार जमा नहीं करने पर पहले जमा हुए 61 हजार 760 रुपए वापस नहीं मिलेंगे। छात्रा ने मजबूरी में उतने रुपए फिर ऑनलाइन जमा कर दिया। लेकिन छात्रा को उसकी जमा हुई रकम नहीं मिली। इसके बाद ठगों ने उन्हें 3 लाख 71 हजार 100 रुपए जमा करने के लिए कहा। इसके बाद छात्रा को ऑनलाइन ठगी होने का शक हुआ। उन्होंने उतनी राशि जमा नहीं की। मामले की शिकायत राखी थाने की शिकायत की। पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।
पहले भी कई लोग हो चुके हैं शिकार टेलीग्राम, वाट्सऐप, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया से मिले पार्ट टाइम जॉब वाले मैसेज के जरिए कई युवक-युवतियां ऑनलाइन ठगी के शिकार हो चुके हैं। पार्ट टाइम जॉब के नाम पर यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब और लाइक करने के नाम पर लोगाें को ठगा जाता है।