इनके संबंध में कारोबारियों से पूछताछ कर उनका बयान लिया गया है। साथ ही जांच के लिए लैपटाॅप, कम्प्यूटर और मोबाइल का बैकअप लिया गया है। वहीं शनिवार को तलाशी का काम पूरा करने के बाद अब टीम लौटने लगी है। बता दें कि 21 मार्च को आयकर विभाग छत्तीसगढ़ – मध्यप्रदेश की संयुक्त टीम द्वारा रायपुर और राजनांदगांव में 7 ठिकानों में छापामारा था। इस दौरान 3.20 करोड़ की ब्लैकमनी और करोड़ों रुपए के लेनदेन के दस्तावेज बरामद किए गए है।
बाजार में फैलाया जाल ब्याज में रकम उधार देने का काम पिछले काफी समय चल रहा था। इस काम के लिए की चेन बनाई गई थी। वह रकम उधार लेने वाले छोटे खुदरा कारोबारियों से प्रतिमाह ब्याज में नकदी की वसूली करते थे। उनके जरिए एकत्रित रकम की रोलिंग होती थी। फाइनेंस का काम करने वाले रायपुर और राजनांदगांव के तीनों कारोाबरियों के ठिकानों से बड़ी संख्या में हुंडी के पेपर्स मिले है।
टैक्स चोरी व कच्चे में खरीदी के इनपुट कारोबारियों के आलीशान घर, दफ्तर, फाॅर्महाउस, जमीन एवं प्रापर्टी का मूल्यांकन किया जा रहा है। साथ ही इसके खरीद-फरोख्त वास्तविक वारिसों के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। आईटी के अधिकारिकों को आशंका है कि टैक्स चोरी करने के लिए बोगस तरीके से कच्चे में खरीदी करने के इनपुट मिले है। इसे देखते हुए रायपुर और राजनांदगांव स्थित रजिस्ट्री दफ्तर से जानकारी मांगी गई है।
ट्रांजेक्शन का ब्योरा कारोबारियों के बैंक खातों में जमा रकम और लेनदेन को जांच के दायरे में लिया है। इसके लिए उनके बैंकों को पत्र लिखकर ट्रांजेक्शन की जानकारी मांगी है। इसके आधार पर संंबंधित लोगों को पूछताछ की जाएगी।