इस तरह आरोपियों ने फंसाया जाल में
पीड़ित युवक ने पत्रिका को बताया, कि पहले तो युवती के नाम से उसको मैसेंजर में मैसेज आया। युवक ने रिप्लाई दिया, तो युवती ने उससे बातचीत शुरू कर दी और वाट्सअप नंबर मांगा। वाट्सअप नंबर दोनो ने एक दूसरे को दिया और टेलीफोनिक चर्चा हुई। युवती ने पसंद करने की बात कही और अश्लील ऑडियो वीडियो चैटिंग शुरू कर दी।
हरियाणा के नंबरों से आ रहा फोन
पीडि़त युवक ने पत्रिका संवाददाता को बताया, कि आरोपियों ने ब्लैकमेल करने के लिए जिस नंबर से वाट्सअप कॉल किया था। वो नंबर हरियाणा है। नंबर से कॉल करने वाले शख्स को युवक ने खरी खोटी सुनाई, जिसके बाद से उससे फोन नहीं किया है। अपनी बदनामी के डर से युवक ने फेसबुक अकाउंट ब्लॉक कर दिया है और सोशल मीडिया में सक्रियता खत्म कर दी है।
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आईटी एक्सपर्ट मोहित साहू ने कहा, शातिर ठग ऐप के माध्यम से और कई बार फर्जी आईडी का इस्तेमाल कर पीडि़तों की प्रायवेट जानकारी और फुटेज ले लेते है और फिर ब्लैकमेल करने का काम करते है। पूर्व में भी इस तरह की घटना हो चुकी है। इन सभी घटनाओं से बचने के लिए जागरूक होना जरूरी है। अंजान शख्स की फ्रेड रिक्वेस्ट को सोशल मीडिया में एक्सेप्ट ना करके भी इस तरह की वारदातों से बचा जा सकता है।