23 से 25 फरवरी के बीच राष्ट्रीय कृषि मेला में हाईटेक कृषि उपकरणों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसी में किसानों को योजना के बारे में बताया जाएगा। मेला तुलसी-बाराडेार के फल-सब्जी मंडी में आयोजित की जाएगी। मेले में किसानों को कृषि उपकरणों के प्रदर्शन देखने के साथ-साथ क्रय करने और अनुदान लेने की सुविधा भी मिलेगी।
प्रमुख सचिव कृषि एवं कृषि उत्पादन आयुक्त मनिन्दर कौर द्विवेदी ने बताया कि राज्य में कृषि यंत्र सेवा केन्द्र योजना के तहत किसानों द्वारा राज्य में अब तक 1575 कृषि यंत्र सेवा केन्द्र स्थापित किये जा चुके है। यंत्रों का उपयोग करके किसान अपनी खेती-किसानी समय से कर पाते हैं एवं अपने यंत्रों को अन्य किसानों को किराये पर देकर उनके भी कृषि कार्य को कराते है।
गन्ने की खेती को बढ़ावा देने हाईटेक मशीन
नवीन कृषि यंत्र शुगरकेन हार्वेस्टर का प्रदर्शन किया जाएगा। गन्ने की परंपरागत खेती में फसल कटाई के दौरान अत्यधिक श्रम एवं मजदूरों की आवश्यकता होती है, जिससे कृषि लागत बढ़ जाती है। इस यंत्र की सहायता से जहां उत्पादकता में वृद्धि होती है वहीं कटाई के बाद खेत में बचे पत्तों की परत से लगने वाले रोगों की संभावनाएं भी कम हो जाती हैं, जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति में सुधार होता है।
इस यंत्र से मैकेनिकल हार्वेस्टिंग से गन्ने से लगभग 16 प्रतिशत अतिरिक्त शर्करा की प्राप्ति होती है। गन्नों की पिराई में आसानी होती है। कटाई के बाद खेत में कोई अवशेष प्रबंधन की विशेष आवश्यकता भी नहीं होती है। शुगरकेन हार्वेस्टर की कीमत करीब 1 करोड़ रूपये है।
इस मशीन को कस्टम हायरिंग हब में शामिल कर इकाई लागत का 40 प्रतिशत अनुदान का अनुदान लाभ ले सकते हैं। किसान मेले में कृषि यंत्रों के स्टॉल में आवेदन दे सकते है। मेला स्थल पर इसकी बुकिंग कर सकते है। ये अनुदान बैंक के माध्यम से किसान को प्राप्त होगा।