इस तरह सोशल मीडिया यूजर को बनाते हैं शिकार इस घटना में पहले आपको आपके ही किसी फ्रेंड का फेक अकाउंट बना कर मैसेंजर पर मैसेज मिलेगा। हो सकता है उस अकाउंट से आपने काफी लंबे समय से बात भी न की हो या वो अकाउंट आपके किसी फ्रेंड के नाम पर बना हुआ फेक अकाउंट हो।(Raipur Cyber Alert) भेजे गए मैसेज में लिखा होता है, कि देखिए किसकी मौत हो गई। आमतौर पर इस तरह के मैसेज देखकर आम आदमी में जिज्ञासा जाग जाती है। इसमें एक न्यूज आर्टिकल का लिंक भी होता है। इसमें ऐसे किसी शख्स को भी मेंशन कर दिया जाता है, जिसे आप जानते हों।
फेसबुक अकाउंट से जानकारी चुराकर स्कैम हैकर्स आपके फेसबुक अकाउंट से जुड़ी हुई डिटेल जैसे ई-मेल एड्रेस, फोन नंबर और बर्थ डेट को भी चोरी करते है। इन जानकारियों का इस्तेमाल स्कैमर्स बाकी ऑनलाइन अकाउंट्स में एक्सेस करने के लिए करते हैं। अगर आपकी डिटेल से उन्हें किसी तरह आपके बैंक अकाउंट का एक्सेस मिल जाए तो वे उसे भी खाली कर देते हैं। ऐसे में किसी भी संदिग्ध लिंक को क्लिक करने से बचना चाहिए और सिक्योरिटी ऑथंटिकेशन ऑन रखना चाहिए।
6 माह में 1 हजार 213 लोगों से ठगी पुलिस के लगातार प्रयास के बाद भी जिले में लगातार साइबर ठगी की घटनाए हो रही हैं। पुलिस हर घटना के बाद लोगों से सचेत रहने के लिए कहती है। (Raipur Cyber Update) लेकिन लोग लालच में आकर गलती करके अपनी पूंजी गवा रहे हैं। जनवरी 2023 से अब तक जिले में साइबर ठगी की 1,213 घटनाएं हुई हैं, इसमें ठगी की राशि 1 करोड़ के ऊपर है।
लिंक से क्या-क्या हो सकता है नुकसान – आपके फ्रेंड से हेल्प के नाम पर रुपए मांगे जा सकते हैं। – आपकी लॉगिन से गालियां और अश्लील मैसेज भेजे जा सकते हैं।
– आपकी पर्सनल जानकारी कर ब्लैकमेल किया जा सकता है। – आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है। – आपकी वजह से आपकी फेसबुक आईडी से जुड़े लोग परेशानी में पड़ सकते हैं।
साइबर ठगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। पुलिस के सोशल मीडिया पेज और वाट्सएप ग्रुप से भी लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा जाता है। (Cyber Crime News) घटना होने पर तत्काल एक्शन लिया जाता है। लोगों को भी जागरूक होने की आवश्यकता है। ताकि इस तरह की घटनाओं के वे शिकार ना बनें।
-दिनेश सिन्हा, डीएसपी, एसीसीयू