DA Hike: सरकारी कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले… DA में 4% का होगा इजाफा! इतनी बढ़ जाएगी आपकी सैलरी
वर्ष में दूसरी बार बाघों का बदला ठिकाना
वर्ष 2024 में दूसरी बार है जब एक टाइगर रिजर्व से दूसरे में कोई बाघिन या बाघ ने अपना नया ठिकाना बनाया है। फरवरी 2024 में बालाघाट जिले के लालबर्रा के जंगल (कान्हा टाइगर रिजर्व) के बाघ ने पेंच टाइगर रिजर्व के रूखड़ परिक्षेत्र में अपना नया ठिकाना बनाया। महकमे के अधिकारियों और कर्मचारियों ने बाघ को ‘बाजीराव’ नाम दिया। नवंबर 2023 से उक्त क्षेत्र में उसे देखा जा रहा है। पेंच टाइगर रिजर्व अमले की माने तो रूखड़ परिक्षेत्र का इलाका ‘कुरईगढ़’ बाघ का था।इनका कहना है..
वन्य जीव प्रेमियों के लिए यह हर्ष एवं गौरव का क्षण है। बाघिन ने लगभग 400 किमी से अधिक दूरी तय की और अपने नया ठिकाना बनाया है। इससे आमजन को कॉरीडोर के संरक्षण की आवश्यकता एवं महत्व को समझाने मेे मदद मिलेगी।रजनीश सिंह, डिप्टी डायरेक्टर, पेंच टाइगर रिजर्व