Chhattisgarh Incident: 2 बार सांस टूटी, फिर लौट भी आई इधर, पोस्टमार्टम की हो गई थी तैयारी
पांडुका में जहां तेंदुए का इलाज चल रहा था, पत्रिका टीम भी वहां मौजूद रही। इलाज के दौरान ऐसा भी मौका आया, जब तेंदुए की सांस अचानक टूट गई। डॉक्टर उसे मृत मानकर फटाफट पोस्टमार्टम की तैयारी करने में लग गए। हालांकि, तेंदुए की सांस फिर लौट आई। ऐसा एक नहीं, दो बार हुआ। दोनों बार डॉक्टरों को पोस्टमार्टम की हड़बड़ी थी। कह सकते हैं कि डॉक्टर मरने से पहले ही उसे मृत मान चुके थे।CG Rape Case: मैं तुमसे प्यार करता हूं…शादी करुंगा कहकर नाबालिग को भगा ले गया युवक, फिर किया रेप
यहां दवाई नसीब नहीं, रायपुर रेफर भी नहीं किया, बच सकता था तेंदुआ
रायपुर से एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम आने के बाद तेंदुए का ट्रीटमेंट शुरू हुआ। डॉक्टरों ने इलाज के लिए जिन दवाइयों की जरूरत बताई, उसके लिए अफसरों ने राजिम तक दौड़ लगाई। किसी मेडिकल स्टोर में दवाई नहीं मिली। गरियाबंद से डीएफओ लक्ष्मण सिंह, एसडीओ मनोज चंद्राकर और रेंजर संतोष चौहान भी मौके पर पहुंचे थे। तेंदुए की गंभीर हालत को देखते हुए लोगों ने कहा भी कि उसे रायपुर रेफर कर दें। अफसर नहीं माने। समय पर बेहतर इलाज और दवाइयां मिलती तो संभवत: तेंदुआ बच सकता था।डॉ. राजेश वर्मा, वन्य प्राणी चिकित्सा अधिकारी