CG Suicide Case: सूत्रों के मुताबिक इसमें अधिकांश युवतियों के नंबर हैं। पुलिस ने दोनों मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है। सुसाइड नोट को भी राइटिंग एक्सपर्ट के पास जांच के लिए भेजा गया है, लेकिन इसकी अब तक रिपोर्ट नहीं आई है। पुलिस का दावा है कि सुसाइड लेटर उसका है या नहीं? इसका पता चलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि प्रतीक अवंति विहार में किराए के मकान में रहता था। वह अकेला रहता था। उससे मिलने अलग-अलग युवतियां आती थी।
CG Suicide Case: शिकायत पत्र मिला, थाने की सील नहीं
CG Suicide Case: मृतक ने घटना से पहले भी युवतियों की शिकायत करने के लिए आवेदन बनाया था। शिकायत उसने टिकरापारा थाने के नाम से बनाया था। इसमें भी उसने
युवतियों और पार्थ घोष पर गंभीर आरोप लगाए थे। सुसाइड नोट में भी पार्थ पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। बताया जाता है कि कुछ समय पहले एक युवती ने प्रतीक के खिलाफ ही थाने में शिकायत की थी।
थाने में एफआईआर नहीं!
खहारडीह पुलिस ने अब तक मामले में एफआईआर दर्ज नहीं किया है। इसी तरह का मामला तेलीबांधा थाना और सिविल लाइन इलाके में हुआ था। उसमें पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया था, लेकिन गिरफ्तारी किसी की नहीं हुई थी। तेलीबांधा के मामले में युवक ने दो सूदखोर महिलाओं पर कर्ज देकर अधिक ब्याज वसूलने का आरोप लगाया था। इसी तरह सिविल लाइन के मामले में भी शंकर नगर के कारोबारी ने महादेव सट्टा ऐप के बड़े रैकेट से जुड़े युवक पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।