CG Politics: उन्होंने कहा, शराब के कारोबार को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार पर कोई भी टिप्पणी करने से पहले बघेल को कम-से-कम अपना गिरेबां तो झांक लेना था। कांग्रेस के शासनकाल में शराब के दो काउंटर चलते थे, एक वैध और दूसरा अवैध। यह सब करके
कांग्रेस की सरकार सरकारी खजाने तक को लूटकर गई। अब भाजपा चाहती है कि सबकुछ वैध हो, पारदर्शी हो, ऑनलाइन हो और किसी भी प्रकार से राजस्व की हानि न हो। इस नेक इरादे से शुरू किए गए ऐप पर बघेल आज प्रलाप कर रहे हैं।
2 हजार करोड़ रुपए का शराब घोटाला
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि जब कोरोना की भयावह त्रासदी से पूरा प्रदेश जूझ रहा था तब मुख्यमंत्री रहते हुए बघेल शराब की बिक्री चालू कराने के लिए किस स्तर तक जाकर लालायित हो रहे थे! जब एक तरफ कोरोना के चलते लोग मर रहे थे और जब जनता को दुआ और दवा की जरूरत थी, तब तो खुद
बघेल भी एप लॉन्च करके घरो-घर शराब पहुँचा रहे थे और जो लोग बघेल के कहने पर यह काम कर रहे थे, आज सब जेल में हैं।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि गंगाजल की सौगंध खाकर किए गए पूर्ण
शराबबंदी के वादे से मुकरने और 2 हजार करोड़ रुपए का शराब घोटाला करने वाले बघेल आज किस मुँह से एप की लॉन्चिंग तानाकशी कर रहे हैं? कम-से-कम बघेल को तो ऐसी ओछी टिप्पणियाँ करना शोभा नहीं देता।