CG News: डेटा को सर्च करने का नया रास्ता
इस शोध के जरिए उन्होंने एक सॉफ्टवेयर विकसित कर पहली बार कंटेंट माइनिंग में अलग-अलग फॉर्मेट में भी डेटा को सर्च करने का रास्ता ढूंढ निकाला है। खास बात यह है कि इस सॉफ्टवेयर का उपयोग करने के लिए आपको
कंप्यूटर की सामान्य जानकारी होना ही पर्याप्त है। वाइस बेस्ड सॉफ्टवेयर में आवाज के जरिए और हिंदी-अंग्रेजी के अलावा दुनिया की किसी भी भाषा में सर्च कर सकते हैं।
इसके आपको सिर्फ कंप्यूटर से कहना होगा कि मुझे ये फाइल ढूंढ दीजिए। डॉ. मिश्रा ने अपने इस सॉफ्टवेयर को इस तरह डिजाइन किया है, जिसमें दृष्टिबाधित भी आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं। अपने इस सॉफ्टवेयर का पेटेंट लेने डॉ रुपेश ने अप्लाई कर दिया है।
ऐसा काम करता है सॉफ्टवेयर
डॉ. मिश्रा ने बताया कि दृष्टिहीन, हाथ-पैर से दिव्यांग वे कंप्यूूटर में वाइस बेस्ड सॉफ्टवेयर का यूज करके अपना आवाज बोलेगा कि इस ‘फाइल को ढूंढ दीजिए’। इसके बाद कंप्यूटर उसे दोहराकर रिजल्ट स्क्रीन पर दिखा देगा। इसका जो देख नहीं सकते या टाइप नहीं सकते, उसका डेटा आवाज के जरिए सामने आएगा।
भाषा की कोई पाबंदी नहीं
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साइंस विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. रुपेश मिश्रा की रिसर्च ‘वाइस बेस्ड कंटेंट माइनिंग एंड इंडेक्सिंग फॉर लोकल स्टोरेज रिट्रिवल यूजिंग हिरारिकल रैंकिंग एप्रोच’ में इसी समस्या का समाधान ढूंंढा गया है। इसके उपयोग में भाषा की कोई पाबंदी नहीं है।
अब वाक्य को किसी भी फाइल फॉर्मेट, चाहे वह वर्ड हो, कोई पीडीएफ हो, इमेज हो या फिर टेक्स्ट फॉर्मेट जरूरत के कंटेंट को आसानी से सर्च किया जा सकता है। इस सॉफ्टवेयर में पूरी ड्राइव को भी सर्च किया जा सकता है। उस ड्राइव में चाहे कितने भी फोल्डर व कितनी फाइलें हों, सबको सर्च कर एक्जेक्ट मैच्ड कंटेंट फाइल को ढूंढकर जल्दी से जल्दी स्क्रीन पर दे देगा।