वाहन की नहीं मिलती सुविधा
राजधानी सहित प्रदेश के कई शहरों में रात 9 बजे के बाद आवागमन की सुविधा नहीं मिल पाती। केवल रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के आसपास यह सुविधा रहती है। इससे किसी करणवश या काम के सिलसिले में घर से बाहर गई युवतियों व महिलाओं को वापस आने के लिए सुविधा नहीं मिल पाती। उनके परिजन भी समय पर नहीं पहुंच पाते हैं। इससे उनके साथ कोई अपराध घटित होने की आशंका रहती है। रात में आदतन बदमाश, नशेड़ी भी सक्रिय रहते हैं। ऐसी
युवतियों और महिलाओं के लिए डायल 112 की यह सुविधा काफी सुरक्षित है। उन्हें केवल कॉल करने की जरूरत रहती है।
CG News: 24 घंटे रहती है सुविधा
इमरजेंसी नंबर डायल 112 की सुविधा 24 घंटे रहती है। इसमें महिलाएं और युवतियां रात में घर जाने के लिए मदद के अलावा अन्य अपराधों से बचने के लिए भी मदद कर सकती हैं। इसके अलावा डायल 112 में
मेडिकल और फायर के लिए भी मदद मांगी जा सकती है।
करते हैं मदद
अपराध, मेडिकल या फायर जैसी इमरजेंसी सेवाओं के अलावा अगर कोई महिला या युवती देर रात में घर जाने के लिए मदद मांगती है, तो उन्हें मदद किया जाता है। डायल 112 की पुलिस टीम उन्हें घर तक छोड़ती है। देर रात में रास्ता भटकने या साधन नहीं मिलने पर कई महिलाओं और युवतियों ने डायल 112 कॉल किया है। ऐसे 1781 महिलाओं और युवतियों को उनके घर तक सुरक्षित छोड़ा गया है।