आधी सीटें ऑल इंडिया के लिए रिजर्व
CG Medical News: प्रदेश के 10 सरकारी व 5 निजी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स में प्रवेश के लिए 5 नवंबर को काउंसलिंग पूरी हो चुकी है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अब पीजी कोर्स में प्रवेश के लिए काउंसलिंग का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। प्रदेश के 9 मेडिकल कॉलेजों में पीजी की कुल 497 सीटें हैं। इनमें सरकारी में 311 व निजी में 186 सीटें हैं। सरकारी कॉलेजों में आधी सीटें ऑल इंडिया के लिए जबकि निजी में 15 फीसदी सीटें एनआरआई के लिए आरक्षित है। सरकारी कॉलेजों में स्टेट के लिए 156 व आल इंडिया के लिए 155 सीटें है।
CG Medical News: जबकि निजी में 160 सीटें स्टेट व 26 सीटें एनआरआई के लिए है। नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर में पीजी की 150 के बजाय 146 सीटों पर
एडमिशन होगा। दरअसल मेडिसिन व जनरल सर्जरी में 2-2 सीटें कम हो गई हैं। एनएमसी ने पर्याप्त सीनियर रेसीडेंट व जरूरी सुविधा न होने का हवाला देकर ये सीटें कम की हैं। जबकि बालाजी मेडिकल कॉलेज रायपुर में पहली बार पीजी की 66 सीटों को मान्यता मिली है।
सरकारी में 20 हजार तो निजी कॉलेजों में 8 से 10 लाख फीस
सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एक साल की फीस 20 हजार है। तीन साल के कोर्स के लिए केवल 60 हजार जमा करना होगा। वहीं निजी कॉलेजों में नॉन क्लीनिकल के लिए 8 व क्लीनिक विषयों के लिए सालाना 10 लाख फीस तय की गई है। इस तरह तीन साल की फीस 24 से 30 लाख रुपए ट्यूशन फीस है। हालांकि निजी
कॉलेजों का दावा है कि दूसरे राज्यों की तुलना में प्रदेश में फीस कम है। दरअसल पीजी छात्रों को हर साल 67 से 75 हजार मासिक स्टायपेंड भी दिया जाता है। सरकारी व निजी में ये स्टायपेंड समान रूप से दिया जाता है।
सरकारी के लिए सुरक्षानिधि 25 हजार, निजी के लिए 2 लाख
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के दौरान छात्रों को सुरक्षा निधि के रूप में साढ़े 12 से 25 हजार रुपए जमा करना होगा। ये सरकारी कॉलेजों के लिए है। वहीं निजी कॉलेजों के लिए दो लाख जमा करना होगा। ये राशि सभी केटेगरी के छात्रों के लिए हैं। वहीं काउंसलिंग शुल्क के लिए 2 हजार रुपए देना होगा। सुरक्षा निधि वापसी योग्य होती है। दूसरे राउंड में कॉलेज में आवंटन नहीं लेने वालों की सुरक्षा निधि राजसात की जाएगी। वहीं जिन्हें कोई सीट नहीं मिलती, उनकी राशि वापस की जाएगी। पिछले साल की सुरक्षा निधि कई छात्रों को अभी तक नहीं मिली है।