इन सभी के को जब्त करने के बाद आईटी की टीम सोमवार की देर रात जांच करने के बाद वापस लौटी। लगातार मिल रही गड़बड़ी को देखते हुए रायपुर स्थित मुख्य दफ्तर, रायगढ़ स्थित एक फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। वहीं तलाशी के दौरान हिसाब नहीं देने पर 1.50 करोड़ की ज्वेलरी और 1 करोड़ रुपए की ( CG IT Raid) ब्लैकमनी पहले ही जब्त की जा चुकी है। कारोबारी ग्रुप और उनके परिजनों द्वारा संचालित रायपुर, रायगढ़ एवं कोलकाता में कुल 18 लॉकर्स मिले थे। इसमें से 12 की तलाशी लेने के साथ ही 6 लॉकर को सील किया गया है। बता दें कि आयकर विभाग छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश की 150 सदस्यीय टीम द्वारा रायपुर, रायगढ़ और कोलकाता स्थित 22 ठिकानों पर 7 जून को दबिश दी गई थी।
रिटर्न की जांच टैक्स चोरी की गणना करने के लिए कारोबारियों के पिछले 5 साल के रिटर्न और पूछताछ के दौरान पेश किए जाने वाले (Raipur IT Raid) दस्तावेजों की जांच होगी। इन सभी का मिलान करने के बाद टैक्स चोरी का निर्धारण किया जाएगा।
6 साल से शेल कंपनी का संचालन टैक्स चोरी और कैश की हेराफेरी करने के लिए कारोबारी ग्रुप के द्वारा पिछले 6 साल से शेल कंपनी का संचालन किया जा रहा था। इन सभी कागजी कंपनियों का संचालन कोलकाता में किया जा रहा था। बिना किसी ( IT Raid) खरीद-फरोख्त किए इसके जरिए रकम का ट्रांजेक्शन किया जाता था। कारोबारियों द्वारा अपनी आय छिपाने के लिए वेलफेयर सोसाइटी का संचालन भी किया जा रहा था।