CG Education News: प्रदेश के सरकारी स्कूलों में लाइफ स्किल एजुकेशन शुरू, तीन साल तक चलेगा अभियान
CG Education News: रायपुर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले किशोरों को अब 21 सदी के जीवन कौशल (लाइफ स्किल) सिखाएंगे। जिसके लिए एससीईआरटी ने एनजीओ से एमओयू भी कर लिया है।
CG Education News: छत्तीसगढ़ के रायपुर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले किशोरों को अब 21 सदी के जीवन कौशल (लाइफ स्किल) सिखाएंगे। इससे वे सशक्त और जिमेदार नागरिक बनेंगे। इसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने एनजीओ मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के साथ एमओयू किया है।
इसके तहत दो साल के भीतर प्रदेश के 800 सरकारी स्कूलों में यह कार्यक्रम चलाया जाएगा। एससीईआरटी डायरेक्टर राजेंद्र कुमार कटारा और मैजिक बस इंडिया के ग्लोबल सीईओ जयंत रस्तोगी ने समझौता ज्ञापन एमओयू (MOU) पर हस्ताक्षर किया। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (एनसीएफ) 2023 के अनुरूप छत्तीसगढ़ में किशोरों को आवश्यक जीवन कौशल प्रदान करना है।
CG Education News: पहले वर्ष में एससीईआरटी के सहयोग से पाठ्यक्रम को प्रासंगिक बनाया जाएगा। जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों (डाइट), ब्लॉक संसाधन केंद्रों बीआरसी (BRC) और क्लस्टर संसाधन केंद्रों (सीआरसी) को मास्टर प्रशिक्षकों के रूप में प्रशिक्षित किए जाएंगे। इसके बाद ये मास्टर प्रशिक्षक स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे। फिर वे विद्यार्थियों (किशोरों) को जीवन कौशल के गुर सिखाएंगे। इसके अलावा व्हाट्सऐप-आधारित एआई चैटबॉट द्वारा मॉनिटरिंग और सेशन-ट्रैकिंग सिस्टम लागू किया जाएगा।
किशोरों को आत्मनिर्भर बनाने की तयारी
इस साझेदारी का उद्देश्य किशोरों को स्वयं के लिए जागरूक रहने, सहयोग और सहानुभूति रखने, निर्णय लेने, समस्या का समाधान करने और प्रभावपूर्ण संवाद करने जैसे आवश्यक जीवन कौशल सिखाना है, ताकि वे भविष्य के लिए खुद को तैयार कर सकें। ये कौशल विद्यार्थियों को आत्मविश्वासी बनने, लक्ष्य निर्धारित करने और स्वयं को सशक्त बनाने में सहायता करेंगे। इससे स्कूल में उपस्थिति के साथ ही शिक्षा में उनकी सहभागिता भी बेहतर होती है। एससीईआरटी डायरेक्टर कटारा ने कहा कि एनईपी को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह साझेदारी किशोरों को जीवन कौशल प्रदान करने के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर व समाज के सक्रिय सदस्य बनने में मदद करेगी।
40 हजार स्टूडेंट्स को मिलेगा लाभ
इस तीन वर्षीय साझेदारी का उद्देश्य किशोरों का बहुमुखी विकास करना है। इस कार्यक्रम के तहत पहले दो शैक्षणिक वर्षों में 800 सरकारी स्कूलों में काम किय जाएगा। इसके अंतर्गत 1600 शिक्षकों को जीवन कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद ये शिक्षक स्कूलों में कक्षा 6 से 10वीं तक के 40 हजार विद्यार्थियों को जीवन कौशल सिखाएंगे। कार्यक्रम के तहत सबसे पहले बस्तर संभाग के कांकेर और कोंडागांव के जनजातीय और आकांक्षी जिलों का चयन किया जाएगा। इसके बाद राज्य के सभी 33 जिलों में प्रसार किया जाएगा।
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