विपक्ष ने कहा कि उन्हें अविश्वास प्रस्ताव लाने की जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि सरकार हर मोर्चे पर असफल है। वहीं विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर संसदीय कार्य मंत्री अजय चंद्राकर ने चुटकी ली और कहा कांग्रेस जब-जब अविश्वास प्रस्ताव लाती है, हमें फायदा होता है। हर बार हमारी सरकार बनती है।
अविश्वास प्रस्ताव से पहले मंत्री अजय चंद्राकर ने विपक्ष के आरोप पत्र पर सवाल उठाए। मंत्री चंद्राकर ने कहा कि बार-बार वही सवाल ला रहे हैं। केवल शब्दों का हेर-फेर है। डामर घोटाला कांग्रेस के कार्यकाल के समय का है, उसे भी आरोप पत्र में शामिल कर लिया गया है। जबकि प्रस्ताव इसी कार्यकाल का है। उन्होंने कहा कि हम विपक्ष के सारे आरोपों का जवाब पहले दे चुके हैं इसलिए अविश्वास प्रस्ताव का कोई मतलब नहीं है।
मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे ने भी विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि बार-बार पुराने मसलों को लाया जा रहा है, यह स्वस्थ परंपरा नहीं है। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव से कांग्रेस दो फाड़ हो गई थी। पता नहीं आगे क्या होगा। इसी बीच मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंह देव के बीच तीखी नोकझोक हुई। टीएस सिंहदेव ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि परंपरा का ख्याल तो केवल सत्ता के लोग ही रखते हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
भूपेश बघेल मंत्री चंद्राकर के अविश्वास प्रस्ताव पर सवाल खड़ा करने पर उन्हें आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि हर बार मनरेगा का
काम होगा। बिजली तो खरीदी ही जाएगी। इसलिए आरोप तो वही होंगे। सदन में मंत्री चंद्राकर के अविश्वास प्रस्ताव पर सवाल उठाने पर कांग्रेस विधायक अमरजीत भगत ने भी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि संसदीय कार्यमंत्री डर रहे हैं।