नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा कि महापौर ढेबर के चार साल के कार्यकाल में शहर की आम जनता त्रस्त है। नतीजा, कांग्रेस पार्षद अपने वार्ड में जीत नहीं दिला पाए। नैतिकता के आधार पर महापौर को कलेक्टर को इस्तीफा सौंप देना चाहिए। भाजपा पार्षद दल ने आरोप लगाया कि शहर की जनता को न पेयजल उपलब्ध करा पाए, न ही सड़कें। गरीबों को आवास नहीं मिला। अवैध कब्जों की भरमार है। आवारा श्वानों का आतंक बढ़ गया है। 70 वार्डों में भूमिपूजन हुआ, लेकिन कांग्रेस सरकार से राशि अब तक नहीं मिली है। 4 सालों में महापौर अपनी ही सरकार से विकास कार्य के लिए राशि स्वीकृत कराने में असफल रहे हैं। बैठक में मनोज वर्मा, उप नेता प्रतिपक्ष मृत्युंजय दुबे, सूर्यकांत राठौऱ, डॉ.प्रमोद साहू, सीमा संतोष साहू, कामिनी पुरुषोत्तम देवांगन, सरिता वर्मा, नारद कौशल, सुशीला धीवर, विश्वदिनी पांडेय, डॉ. सीमा कंदोई, रोहित साहू, भोला साहू, विनोद अग्रवाल, गोदावरी गज्जू साहू, रवि धुव्र, सावित्री जयमोहन साहू, अमर बंसल, टेसू नंदकिशोर साहू उपस्थित थे।
प्रस्ताव लाकर दिखाएं: मेयर रायपुर. भाजपा पार्षदों के अविश्वास प्रस्ताव लाने की रणनीति पर महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि यह केवल ख्याली पुलाव है। बल्कि भाजपा के ही कई पार्षद उनके संपर्क हैं। उन्हें पूर्ण बहुमत नगर निगम में मिला हुआ है। इसलिए इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं है। महापौर ने यह भी कहा कि भाजपा के एक वरिष्ठ पार्षद का जाति प्रमाण-पत्र फर्जी है। इसलिए जल्द ही जल्दी उपचुनाव भी कराएंगे। भाजपा पार्षदों के अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर मंगलवार शाम को महापौर ढेबर ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा द्वारा जबरदस्ती माहौल बनाया जा रहा है। यदि उन्हें अविश्वास लाना है तो ऐसा करके भी देख लें। कांग्रेस के सभी पार्षद एकजुट हैं और सभी 39 पार्षदों का उन्हें पूर्ण बहुमत प्राप्त है।
कांग्रेस में हूं, यहीं रहूंगा: पुरुषोत्तम चंद्र बेहरा कांग्रेस पार्षद पुरुषोत्तम चंद्र बेहरा ने चर्चा करते हुए कहा कि वे कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं। इसलिए न तो कभी पार्टी के खिलाफ थे और न कभी होंगे। विधानसभा चुनाव के समय जरूर कुछ लोगों के राजनीतिक साजिशों और षड्यंत्र के कारण पार्टी विरोधी गतिविधियों का नोटिस मिला था, परंतु कांग्रेस पार्टी ने पूरा भरोसा करते हुए उन्हें क्लीनचिट दे दिया है। भाजपा पार्षदों के अविश्वास प्रस्ताव का कोई औचित्य नहीं है। मंगलवार के अंक में त्रुटिवश कांग्रेस पार्षद चंद्र बेहरा प्रकाशित हो गया था।