ये हैं डायबटीज से जुड़े पांच भ्रम, कहीं आप भी इन गलतफहमियों के शिकार तो नहीं
इससे निकलने वाला धुंआ आपके शरीर में कई तरह की बीमारियां पैदा कर सकता हैं। एक रिसर्च के अनुसार कॉइल में वो कैमिकल इस्तेमाल किए जाते हैं जो कि बग स्प्रे में भी इस्तेमाल होते हैं। जानकारों के अनुसार मच्छर मारने वाली कॉइल इस्तेमाल करने के बजाय मच्छर मारने के लिए दूसरे साधन इस्तेमाल करने चाहिए जो आपके लिए शरीर के लिए खतरनाक ना हो।
सभी अंगों को करता है बुरी तरह से प्रभावित
एक रिसर्च में पता चला है कि एक कॉइल 100 सिगरेट के बराबर खतरनाक है और इसमे से करीब पीएम 2.5 धुआं निकलता है जो कि बहुत ज्यादा है। इससे भले ही तंबाकू का धुआं नहीं निकलता हो, लेकिन इसमें कई ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर के लिए नुकसान दायक है। मच्छर मारने वाली कॉइल में से बेंजो पायरेंस, बेंजो फ्लूओरोथेन जैसे तत्व निकलते हैं।
वास्तु ही नहीं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी हानिकारक है उत्तर दिशा में सिर रखकर सोना
वहीं इसके साथ ही मच्छर मारने वाली ये कॉइन आपके शरीर को और भी नुकसान पहुंचाती है।कॉइल से निकलने वाले धुंआ से न सिर्फ सांस लेने की दिक्कत होती है बल्कि इससे स्किन और आंखों पर भी असर पड़ता है। इससे आंखों में जलन होना आदि समस्याएं शुरु हो जाती है।