राजस्व विभाग की टीम दशरथ सोना के मकान को खाली कराने पहुंची। अधिकारियों के मुताबिक, दशरथ का परिवार अवैध रूप से मकान पर कब्जा किए हुए था। कार्रवाई के विरोध में दशरथ और उनकी पत्नी ने हंगामा करना शुरू कर दिया। इसी दौरान दशरथ ने खुद पर मिट्टी तेल छिड़क लिया और कच्चे मकान की छत पर चढ़कर
आत्मदाह की धमकी देने लगा। दशरथ सोना का दावा है कि वे पिछले 34 वर्षों से इस मकान में रह रहे हैं और यह मकान उनके पिता ने खरीदा था। उनका कहना है कि उन्हें कोर्ट में जबरन हराया गया और अब प्रशासनिक अधिकारी उन्हें मकान से बाहर करने की साजिश कर रहे हैं।
सरकारी आदेश के बाद हो रही थी कार्रवाई
रायपुर तहसीलदार पवन कोसमा ने बताया कि कलेक्ट्रेट के प्राधिकृत अधिकारियों के निर्देश पर मकान खाली करवाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। लेकिन दशरथ और उनकी पत्नी के विरोध के बाद स्थिति को संभालने के लिए फिलहाल कार्रवाई स्थगित कर दी गई है।