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विभाग ने सभी जिला सीएमएचओ को गाइडलाइन मेल कर दी गई हैं। हालांकि कभी भी छत्तीसगढ़ में जीका का केस रिपोर्ट नहीं हुआ है, मगर खतरा तो है ही। एडीज एजेप्टाइ मच्छर (मादा) के काटने से होने वाली इस बीमारी का खतरा इसलिए भी अधिक है क्योंकि राज्य के कई जिले खासकर बस्तर और सरगुजा संभाग मच्छर प्रभावित जिले माने जाते हैं।यह भी पढ़ें: खतरा बरकरार: एमपी, यूपी समेत 7 राज्यों में जितने मरीज मिले, उतने अकेले छत्तीसगढ़ में
लक्षण जानें- ज्यादातर संक्रमितों में लक्षण नहीं होता। मगर, हल्का बुखार,लाल दाने, जोड़ों में दर्द, सिरदर्द व बैचेनी इसके प्रमुख लक्षण होते हैं।बचाव- घर के आसपास साफ सफाई रखें। पानी जमा न होने दें। पूरी बाहों के कपड़े पहनें। बच्चों और गर्भवतियों का विशेष रूप से ध्यान रखें।
एडीज एजेप्टाइ मच्छर है वजह
एडीज एजेप्टाइ मच्छर (मादा) के काटने से ही डेंगू, चिकनगुनिया और इसके काटने से ही जीका वायरस से व्यक्ति ग्रसित हो जाता है।यह मच्छर किसी संक्रमित व्यक्ति को काटता है और फिर किसी अन्य व्यक्ति को काटने पर वह वायरस एक से दूसरे में पहुंचता है। सावधानी की बचाव है।
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स्वास्थ्य विभाग महामारी नियंत्रण कार्यक्रम के प्रवक्ता एवं संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा ने कहा, केरल में केस मिलने के बाद अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि अभी तक कोई केस रिपोर्ट नहीं हुआ है,मगर सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।