हिस्ट्रीशीटर ने जिस जगह पर वीडियो बनवाया उसे जेल परिसर के अंदर बने बाथरूम के पीछे का बताया गया है। हालांकि जेल प्रशासन ने इससे इंकार कर कोर्ट परिसर में पेशी के दौरान बंदी गृह में इसे बनाने की आशंका जताई है। बता दें कि हिस्ट्रीशीटर मुकेश गुप्ता ने ईडी के प्रकरण में जेल भेजे गए आरोपी के मोबाइल से वीडियो बनाए जाने की बात कही थी। इसमें सहायक अधीक्षक सेवकराम सोनकर पर 50 हजार रुपए देने से मना करने पर पिटाई करने और पेशी निरस्त कराने लंबे समय से उसे परेशान करने का आरोप भी लगाया था। साथ ही मारपीट में हाथ-पैर में लगी चोट को दिखाया था। जेल के भीतर बनाए गए वीडियो वायरल होने के बाद उसे दुर्ग केंद्रीय जेल शिफ्ट कर दिया गया था।
मौखिक आदेशपर पोस्टिंग सहायक अधीक्षक सेवकराम सोनकर की मूलत: अंबिकापुर जेल में पदस्थापना थी। उसे कांग्रेस शासनकाल में दिसंबर 23 को रायपुर केंद्रीय जेल में लाया गया था। इस पोस्टिंग के लिखित आदेश को लेकर भी संशय है। केवल मौखिक आदेश पर भेजा गया था। उसे ईडी मामले के जेल भेजे गए बंदियों की तीमारदारी में लगाया गया था। राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद उन सभी की वीआईपी सुविधाएं खत्म कर सभी को सामान्य बैरकों में भेज दिया गया है।