अस्थाई कैंप बनेंगे
सीआरपीएफ के जवानों के लिए जल्दी ही सुकमा, बीजापुर और दंतेवाडा़ जिले के सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में कैंप का निर्माण किया जाएगा। विभागीय अधिकारियों की स्वीकृति के बाद स्थल का चिन्हांकन किया गया है। राज्य सरकार से इसका हस्तांतरण करने के बाद कैंप निर्माण की तैयारी चल रही है। बताया जाता है कि चिन्हांकित स्थलों में पहले अस्थाई कैंप शुरू किया जाएगा। साथ ही स्थानीय इलाके में मूवमेंट कराया जाएगा। बता दें कि सीआरपीएफ की नई बटालियन आने के बाद से माओवादी दबाव में आ गए है। इसके चलते उनकी गतिविधियां भी कम होती जा रही है।
इतनी फोर्स
माओवाद प्रभावित बस्तर संभाग में इस समय राज्य पुलिस और केंद्रीय फोर्स के करीब 50000 जवानों को तैनात किया गया है। इसमें करीब 30000 सीआरपीएफ, 5000 बीएसएफ के जवान शामिल है। इन सभी का अंदरूनी इलाकों में मूवमेंट कराया जा रहा है।
उपयोग होगा
सीआरपीएफ की नई बटालियन को जल्दी ही तैनात किया जाएगा। इसके लिए पुराने कैंपों का उपयोग भी किया जाएगा। लेकिन, सुरक्षा कारणों के चलते इसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है।
– एचके साहू, प्रवक्ता सीआरपीएफ