इसलिए एसपी ने किया खुद को होम आइसोलेट
एसपी ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व उनके बुजुर्ग सास-ससुर बनारस उत्तर प्रदेश से रायगढ़ आए थे, जो लॉकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश जा ना सके और यहीं रुके हुए हैं। उम्र दराज सास-ससुर के साथ घर में दो छोटे बच्चे भी हैं। उनका छोटा बेटा जो सिर्फ एक वर्ष का हैं, अपने पापा के देर रात घर में ड्यूटी से आते ही दूर से देखकर दौड़ कर पास आने की जिद करता है, लेकिन वे उससे बचते हुए घर के बाहरी हिस्से के कमरे में चले जाते हैं। पुलिस अफसर फिल्ड में रहते हैं।
बाकी पुलिसकर्मियों को भी किया प्रेरित
एसपी ने बताया कि यह समय फिल्ड के प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिसवालों व स्वास्थ्यकर्मियों आदि के लिए काफी मुश्किल भरा है, लेकिन समाज की सुरक्षा के साथ-साथ परिवार की सुरक्षा हर किसी की पहली जिम्मेदारी है। एसपी ने पुलिसकर्मियों से कहा कि वे ऑफिस, थाना से जाने के बाद परिवार वालों से दूरी बनाकर खुद को होम आइसोलेट करने का प्रयास करें, मुश्किल है पर होगा। उनका कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग में जरा भी लापरवाही ना बरतें।
एएसपी ने अपने परिजनों को घर आने से किया मना
इधर एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा की पत्नी व छोटी बच्ची लॉकडाउन के पूर्व दो दिन के लिए रायपुर गए हुए थे। चाहते तो एएसपी अभिषेक वर्मा अपनी पत्नी व बच्ची को रायगढ़ बुला सकते थे, लेकिन वे जानते हैं कि वे फिल्ड, ऑफिस से अपने शासकीय आवास में जाएंगे इस दौरान छोटी बच्ची पिता के संपर्क में आएगी। इससे छोटी बच्ची के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए वे अपनी अर्धांगिनी को रायपुर में ही अपनी और बच्ची की उचित देखरेख करने की सलाह देकर रायगढ़ आने से मना कर दिए हैं।
कोतवाली टीआई ने भी खुद को किया होम आइसोलेट
एसपी के निर्देशों को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली टीआई एसएन सिंह ने भी अपने घर के अलग कमरे में खुद को होम आइसोलेट किया है। उनकी भी एक छोटी बच्ची है। यह अच्छा है कि कुछ पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के साथ कई जिले के अन्य बुद्धिजीवियों द्वारा इसे गंभीरता से लेते हुए विशेष सावधानियां बरती जा रही है।