बर स्थित शारदे छात्रावास के निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री उपयोग में लेने की पुष्टि होने के बाद इसका निर्माण कार्य बंद करवा दिया गया था। इसे लेकर राजस्थान पत्रिका ने 19 जून के अंक में उद्घाटन से पहले ही खण्डहर बन रहा है शारदा छात्रावास शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया। इसके बाद हरकत में आए जिला प्रशासन ने समिति का गठन किया है। इस कमेटी में शामिल सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता, रमसा के जिला परियोजना समन्वयक (जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक), आरएसआरडीसी के सहायक अभियंता व जिला कलक्टर की ओर से मनोनीत प्रतिनिधि छात्रावास निर्माण की जांच करेंगे।
उपखण्ड अधिकारी ने किया था निरीक्षण इस छात्रावास का निर्माण कार्य समय पर नहीं होने पर एक नवम्बर को रायपुर के उपखण्ड अधिकारी मोहनलाल खटनावलिया ने निरीक्षण किया था। जिसमें निर्माण कार्य अधूरा होने के साथ घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग करना सामने आया। इस पर उन्होंने कलक्टर को रिपोर्ट भेज कार्रवाई की अनुशंसा की थी।
read more : इस बार 60 की जगह 100 छात्राओं को देंगे प्रवेश एसीबी ने दर्ज किया था मामला उपखण्ड अधिकारी की रिपोर्ट के बाद तत्कालीन कलक्टर कुमारपाल गौतम के निर्देश पर एसीबी एएसपी कैलाशदान जुगतावत ने 11 नवम्बर को निर्माण स्थल से सामग्री के सैम्पल लेने के साथ ही कुछ रिकॉर्ड जब्त किया था। इसकी जांच रिपोर्ट पर एसीबी के जयपुर मुख्यालय में संबंधित ठेकेदार व रमसा के एईएन-जेईएन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
कमेटी करेगी जांच बर में बन रहे शारदे बालिका छात्रावास की जांच के लिए जिला कलक्टर ने कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी के रिपोर्ट देने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
लालाराम कुम्हार, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक, रमसा, पाली