Diwali 2024: पूर्व में पंजीकृत कालोनियों में रिक्त पड़े प्लाट बिक नहीं रहे थे, लेकिन एकाएक फिर से जिले में रियल इस्टेट के बाजार में उछाल देखने को मिल रहा है। बढ़ती मांग को देखते हुए जिला मुख्यालय 9 कालोनियों के लिए प्रोजेक्ट का पंजीयन रेरा में कराया गया है तो वहीं घरघोड़ा शहरी क्षेत्र में 2 कालोनियों का पंजीयन कराया गया है। दोनों जगह मिलाकर 11 कालोनियों का पंजीयन कराया गया है।
Diwali 2024: कालोनियों में आवास के लिए प्लाट की डिमांड
Diwali 2024: बताया जाता है कि उक्त कालोनियों में से कई में पंजीयन के बाद बिक्री भी शुरू हो गई है।
जिला मुख्यालय में जिन 9 का पंजीयन हुआ है इसमें से कुछ तो पुराने कालोनियों से लगे भूमि में दूसरे चरण के लिए पंजीयन कराए हैं, लेकिन अधिकांश नए व मुख्यालय से आस-पास क्षेत्रों के लिए पंजीयन कराए हैं। बताया जा रहा है कि इन दिनों शहर से कुछ दूरी पर आस-पास क्षेत्रों में कालोनियों में आवास के लिए प्लाट की डिमांड बढ़ रही है।
एनएच व स्टेट हाइवे के आस-पास क्षेत्रों में ज्यादातर अब लोग जगह खोज रहे हैं। शहर से लगे अमलीभौना-जोरापाली क्षेत्र में दो से तीन कालोनी का पंजीयन हुआ है जिसमें से कुछ में विकास का कार्य होने के बाद बिक्री का काम भी शुरू हो गया है।
इन नामों से हुआ है पंजीयन
रेरा में पंजीकृत कालोनियों में ग्रीन वेली, कान्हा ग्रीन्स, श्री श्याम वाटिका, आनंद विहार, प्रियदर्शी विहार, श्री सांई पार्क, श्रीकुंज फेस-टू, समृद्धि बिजनेस पार्क का नाम शामिल है। वहीं घरघोड़ा में एचएस रेसीडेंसी फेस-टू व मां बैगीन डोकरीएमबीडी नगर का नाम शामिल है। टैक्स बचाने के फेर में शो करते हैं कम
इन
कालोनियों में रेट तो आसमान पर है, लेकिन टैक्स बचाने के चक्कर में पक्के में शासकीय दर के हिसाब से राशि लिया जाता है और शेष राशि को कच्चे में लिया जाता है। इसके कारण शासन को सिर्फ पक्के में हुए लेन-देन के हिसाब से काफी कम टैक्स मिलता है।
ठेके पर चल रहा काम
जिले में रियल इस्टेट के बाजार में ठेका सिस्टम शुरू हो गया है, भूमि किसी और के नाम पर रहता है जिसे ठेके में लेकर डेवलपर कार्य करता है और फिर डेवलपर व प्रमोटर मिलकर प्लाट का विक्रय करते हैं।