इस मामले में पुणे पुलिस ने तलाशी ली और वारदात में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों आरोपी एक ही हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में रहते हैं जहां लड़का और उसका परिवार रहता है। पुलिस पूछताछ में उन्होंने बच्चे का अपहरण कर हत्या करने की बात स्वीकार कर ली है।
बता दें कि क्राइम ब्रांच की टीम इस बच्चे की तलाश कर रही थीं। इसी दौरान आदित्य की मां के मोबाइल पर एक फिरौती का फोन आया। किडनैपर्स ने आदित्य की छोड़ने के लिए 20 करोड़ रुपए की मांग की। इस मामले में पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने टेक्निकल एनालिसिस का सहारा लिया। जांच के आधार पर शुक्रवार को ही पुलिस ने पड़ोस में रहने वाले मंथन भोसले और अनिकेत समुद्रे को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लेने के बाद पहले तो दोनों आरोपी पुलिस को गुमराह करते रहे।
इसके बाद जब पुलिस कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपियों ने बताया कि पड़ोसी होने के कारण आदित्य उन्हें अच्छे से जनता था। उसे किसी बहाने अपने साथ सोसाइटी के बाहर ले गए और फिर बेहोशी की दवा सुंघाकर घर के आगे से उसका अपहरण कर लिया। घटना को अंजाम देने के बाद ही सिर पर भारी चीज से हमला करके आदित्य की हत्या कर दी थी। लाश को भोसरी एमआईडीसी इलाके में बनी एक सुनसान बिल्डिंग की छत पर प्लास्टिक के बैग में भरकर छिपा दिया था। पुलिस ने उनके खिलाफ अपहरण और हत्या की धारा में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।