प्रयागराज के DM रविंद्र कुमार, पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा और आयोग के सचिव अशोक कुमार समेत कुछ अन्य अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी छात्रों से बात की थी, लेकिन वो पूरी तरह विफल रहे। छात्र उनको ही नसीहत देने लगे। किसी की कोई बात नहीं मानी गई। छात्रों का सिर्फ यही कहना था कि हमारी मांग को माना जाय और आयोग अपना फैसला बदले।
प्रयागराज में चल रहे प्रदर्शन को लेकर लोक सेवा आयोग चौकी प्रभारी ने सिविल लाइंस थाने में अभिषेक शुक्ला और राघवेंद्र के खिलाफ केस दर्ज कराया है। इसके अलावा इस प्रकरण में अभी तक 10 लोगों की और पहचान की जा रही है। इन सभी लोगों पर गेट नंबर 2 पर लगे सरकारी बोर्ड, मोबाइल बैरियर को तोड़ने का आरोप है।
यूपी लोक सेवा आयोग ने पीसीएस प्रीलिम्स 2024 और आरओ/एआरओ प्रीलिम्स 2023 परीक्षाओं को दो दिनों में, दो शिफ्ट में आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस फैसले के खिलाफ छात्र आयोग के गेट नंबर दो पर प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि जब तक आयोग इस फैसले को वापस नहीं लेगा तब तक प्रयागराज में विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
छात्रों की मांग है कि एक दिन एक शिफ्ट और नो नॉर्मलाइजेशन के तहत दोनों परीक्षाएं ली जाएं, लेकिआयोग अपने फैसले को वापस नहीं ले रहा है। ऐसे में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस परिस्थिति को काबू करने की कोशिश में लगी हुई है, लेकिन इसके बावजूद हालात जैसे के तैसे ही बने हुए है। छात्रों ने इससे पहले मंगलवार को थाली बजाकर आयोग के खिलाफ विरोध किया था। इसके अलावा छात्रों ने आयोग के मेन गेट पर कालिख से ‘लूट सेवा आयोग’ भी लिख दिया है, और तीन दिन से वहीं डटे हुए हैं।