दरअसल एसआईएस कम्पनी एसबीआई के एटीएम में कैश डालने का काम करती है। गुरुवार को इलाहाबाद जंक्शन के सिविल लाइन साइड के एटीएम में पैसा लोड करने पहुंची। वहां सामान्य तरीके से रूटीन की तरह पैसा मशीन में लोड किया और कैश वैन वहां से लीडर रोड पर एटीएम में पैसा डालने के लिए चली गई। लीडर रोड पर कैश बैंक के कर्मचारी जब पैसा निकालने के लिए रुके तो कैश वैन से पूरा बॉक्स ही गायब था। कैश बॉक्स में एक करोड़ 60 लाख रुपये रखे थे। बॉक्स गायब होने की सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।
मौके पर पहुंची पुलिस के आला अधिकारियों ने कैश वैन के गार्ड, ड्राइवर से पूछताछ की। लेकिन बॉक्स गाड़ी से कैसे गायब हुआ इसकी कोई भी जानकारी अभी तक पुलिस को भी नहीं मिली है।हालांकि दो गार्ड और दो कंपनी के लोगो के होने के बावजूद कैश बॉक्स गाड़ी से कहा गया ये रहस्य बना हुआ है। पुलिस ने फिलहाल गाड़ी में बैठे लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। लेकिन चोरी गई इतनी बड़ी रकम का अभी कोई सुराग नही मिल सका है।बीच शहर की है चोरी पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है । कैश वैन के साथ एक इंजीनियर एक कस्टोडियन और दो गार्ड के आलावा वैन में एक ड्राइवर भी रहता है। इन सब के होते हुए अगर कैश बॉक्स कब और कैसे खो गया यह बड़ा सवाल बना हुआ है।
सिविल लाइंस रेलवे स्टेशन और लीडर रोड के बीच की दुरी मुश्किल से एक से डेढ़ किलोमीटर ही है। इस बीच कैश बॉक्स चोरी कैसे हो गया इसका जवाब न वैन में तैनात गार्ड के पास है और न ही गाडी में बैठे कंपनी के दो और लोगो के पास।मौके पर पंहुचे एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज का कहना है की कम्पनी के कर्मचारियों ने बताया है की कैश वैन में 2 करोड़ 30 लाख रूपए रखे थे। कुछ अन्य जगहों के एटीएम में पैसे लगाने के बाद कैश वैन इलाहाबाद रेलवे स्टेशन के पास के एटीएम पर पहुंची और पैसा लोड यहां से निकल गई। कुछ देर बाद ही पैसों से भरे बॉक्स गायब होने की सूचना कर्मचारियों द्वारा पुलिस को दी गई। सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और यहां पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। लेकिन यहां पर किसी भी तरह के बॉक्स गायब होने या फिर इस तरह की कोई भी संदिग्ध गतिविधि नज़र नहीं आई है। लेकिन कम्पनी के कर्मचारियों की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस जांच में जुटी हुई है। उन्होने बताया की कैश वैन से गायब बॉक्स में कितने पैसे थे इसका पता नहीं चल सका है। लेकिन कर्मचारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक़ कैश ज्यादा था। जिसकी जाँच चल रही है ।