दरअसल प्रयागराज सहित प्रदेश के कई जिलों में हजारों लोग आजीविका और पढ़ाई.लिखाई के लिए दूसरे शहर और राज्य में जाते हैं। फिलहाल परीक्षा और काम का सीजन होने से ऐसे लाखों लोग घर से दूर हैं। काम बंद होने से लाखों लोगों के सामने खाने का संकट खड़ा हो गया है। वहीं घर से पैसे न आने से छात्रों के लिए भी समस्या विकराल हो गई है। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग कम्युनिटी किचेन चलाकर या व्यक्तिगत स्तर पर लोगों को खाना.पीना मुहैया करवा रहे हैं। संगम नगरी में भी ऐसे ऐसे कई प्रयास चल रहे हैं। लोग आपस में पैसे, राशन जुटाकर रोज हजारों लोगों को खाना खिला रहे हैं। अब लॉकडाउन बढ़ने के साथ ये जरूरी है कि ऐसे लोगों का संबल और सामर्थ्य बना रहे जिससे कि जरूरतमंद लोगों के सामने खाने का संकट नजे पैदा हो।
कर्मवीर अपना हौसला नहीं हारे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 3 मई तक लॉकडाउन अवधि को बढ़ाए जाने की तुरंत बाद प्रयागराज के सलोरी क्षेत्र में चल रहे कम्युनिटी किचन के संचालक पूर्व पार्षद राजीव शुक्ला ने 3 मई तक लंच पैकेट वितरण का ऐलान किया। उन्होंने कहा कोई भी व्यक्ति यहां पर आने वाला भूखा नहीं जाएगा। सबको सुबह और शाम लंच पैकेट पहले की तरह मुहैया कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर हमें आवश्यकता पड़ी तो हम लोगों से मदद लेंगे। घर.घर जाकर राशन एकत्रित करेंगे, लेकिन छात्रों और जरूरतमंद लोगों की मदद होती रहेगी।
पीएम के निर्णय का स्वागत
राष्ट्रीय हिंदू संगठन के बैनर तले 21 दिनों के बाद भी कार्यकर्ता लगातार गरीबों मजदूरों जरूरतमंदों को घर.घर खाना पहुंचाने वाले कर्मवीर अपना हौसला नहीं हारे है। संगठन के अध्यक्ष सतेंद्र दुबे सत्या ने कहा कि लॉकडाउन बढ़ने के बाद हम सबने आगे भी लोगो की मदद का फैसला लिया है। निशांत रस्तोगी ने कहा, लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला स्वागत योग्य है। हम सभी लोग वचनबद्ध है हर भूखे और जरूरतमंद लोगों तक सुविधाएं पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए संगठन दिन रात मेहनत कर रहा है हम लोग हर दिन तीन हजार लोगों तक लंच पैकेट और राशन दिन भर में पंहुचा रहे है। लॉक डाउन तक यह आगे भी जारी रहेगा।