2022 में अतीक अहमद जेल में बंद है लेकिन उनकी पत्नी शाहिस्ता परवीन चुनाव मैदान में कूद गई हैं। जिस विधानसभा सीट से अतीक अहमद पांच बार विधायक चुने गए थे, अब उसी शहर पश्चिमी सीट पर उनकी पत्नी उम्मीदवार हैं। बाहुबली अतीक अहमद जेल में रहते हुए प्रयागराज शहर पश्चिमी विधानसभा सीट फिर जिताने का मूड बना लिया है। जेल में बंद होने के बावजूद रणनीति बनाकर पत्नी को मैदान में उतार दिया है। शाहिस्ता प्रवीन एआईएमआईएम पार्टी की उम्मीवार हैं।
जब 14 सीटें जीतकर दी थी बाहुबली ने सपा को यूपी में जब 2012 का विधानसभा चुनाव हुआ था। तब प्रदेश में सपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। उस समय अतीक अहमद की चर्चा पूरे पूर्वंचल में होती थी। अपने ही दम पर बाहुबली ने 14 सीटें जिताई थी। प्रयागराज की कुल 12 विधानसभा सीट में से कुल 8 सीट को जिताया था। जिसकी वजह से समाजवादी पार्टी में अतीक कद बढ़ा था। 2017 में सरकार ने बनने से अतीक की पकड़ ढीली पड़ गई। उसके बाद भाजपा सरकार ने अतीक अहमद पर कहर बनकर टूटी और जेल में भेजकर तहस-नहस कर दिया। सपा साथ छुटा तो अब बाहुबली एआईएमआईएम के साथ हैं। उसी पार्टी से चुनावी जंग शुरू कर दिया है।
ये रहा बाहुबली अतीक का राजनीतिक दबदबा जेल में बंद माफिया बाहुबली अतीक अहमद का राजनीतिक में दबदबा आज भी कायम है। बाहुबली माफिया अतीक अहमद इलाहाबाद के शहर पश्चिमी सीट से लगातार 5 बार विधायक रहे हैं। अतीक अहमद ने पहला चुनाव 1989 में इलाहाबाद के शहर पश्चिमी सीट से निर्दलीय लड़ा था। वह यह चुनाव अतीक ने भारी अंतर से जीता था। अतीक ने कांग्रेस के उम्मीदवार गोपाल दास को हराया था। तभी से वह धीरे-धीरे अपनी पैठ बना ली थी।
रहे निर्दलीय विधायक बाहुबली अतीक अहमद निर्दलीय और अपना दल से चुवाल लड़ने के बाद भी लगातार जीत दर्ज की और 1993 तक लगातार जीतते रहे हैं। फिर वह 1996 में समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़कर फिर विधायक चुने गए। फिर वह 2002 में अपना दल से विधायक बने। इसके बाद लगातार उनका रुतबा बढ़ता गया। यूपी में अतीक नाम बढ़ता गया।
जेल में बैठकर पत्नी को बजायेंगे उसी सीट से विधायक बाहुबली अतीक अहमद इन दिनों जेल में बंद है लेकिन अपनी पत्नी को अब अपनी ही सीट से चुनाव लड़ा रहे हैं। जहां से उन्होंने राजनीति की शुरुआत की अब वहीं से उनकी पत्नी उम्मीदवार हैं। जेल में होने के बावजूद बाहुबली अपनी बेगम को चुनावी मंत्र देने में जुटे हैं।