करोड़ों की संपत्ति के मालिक राजघराने के राजकुमार हैं राजा भैया, इको फ्रेंडली है उनका महल, देखें बेंती किला की तस्वीरें
Raja Bhaiya Palace Benti Kila Property Lifestyle- करोड़ों की संपत्ति के मालिक राजा भैया के कुंडा स्थित बेंती किला (Benti Kila) किसी सपने से कम नहीं है। यह किला अपने आप में एक मिसाल कायम किए हुए हैं।
प्रतापगढ़. उत्तर प्रदेश की राजनीति में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (Raja Bhaiya) किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। राजघराने से ताल्लुक रखने वाले राजा भैया ने आज तक जो भी चुनाव लड़े उनमें जीत ही हासिल की। राजा भैया की तूती सिर्फ राजनीति में ही नहीं बोलती। करोड़ों की संपत्ति के मालिक राजा भैया के कुंडा स्थित बेंती किला (Benti Kila) किसी सपने से कम नहीं है। यह किला अपने आप में एक मिसाल कायम किए हुए हैं। इस किले में उनके पिता राजा उदय प्रताप सिंह (Uday Pratap Singh) का राज अब भी चलता है। वह अपने किले और 14 कोसी यानी 43 किलोमीटर की परिधि को लेकर कई तरह के मूवमेंट चलाते रहते हैं। यही वजह है कि राजा भैया का इको फ्रेंडली किला पर्यावरण संरक्षण की मिसाल कायम किए हुए हैं।
राजा भैया प्रतापगढ़ में भदरी रियायत के राजकुमार हैं। 2017 में चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के अनुसार उनके पास 15 करोड़ की संपत्ति है। कुंडा के बेंती में राजा भैया का खानदानी महल है। यह महल चिड़ियों की चहचहाहट और हरे भरे पेड़ और बगीचों के बीच बना है। किले की सुंदरता को बनाए रखने के लिए राजा भैया इसके पास वेटलैंड भी बना रखा है। बहुत ही सुंदर तरीके से इसे एक झील का रूप दिया गया है जो किले की खूबसूरती में चार चांद लगाता है।
प्रकृति से है लगाव भदरी रियायत के अंतर्गत आने वाले समस्त तालाबों के किनारे कपड़े धुलने की मनाही है। क्षेत्र के जानवर यहां बने तालाबों का पानी पीते हैं। इतना ही नहीं बल्कि बेंती किला के आसपास हॉर्न तक बजाने की मनाही है। राजा उदय ने ‘प्रकृति’ नामक संस्था बनाई है।
संस्था के कामकाज और रखरखाव के लिए टीम रखी गई है। पर्यावरण संरक्षण को नुकसान पहुंचाने पर जुर्माने का प्रावधान है। पेड़ काटने पर 50 हजार तक का जुर्माना है। हालांकि, बेंती किला का एक बड़ा हिस्सा अब जरजर स्थिति में है। इसकी मरम्मत का काम होता रहता है।
तमाम कोठियों के भी मालिक हैं राजा भैया बेंती के अलावा राजा भैया तमाम कोठियों के भी मालिक हैं। राजा भैया के रिश्तेदार और पूर्व सांसद अक्षय प्रताप सिंह कहते हैं कि उनकी आलीशान कोठियों में मिट्टी के चूल्हे जरूर मिलेंगे। यहां तक कि उनके महल में भी मिट्टी के चूल्हे बनवाए हैं। राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह पर्यावरण प्रेमी हैं। उन्होंने जापान विश्वविद्यालय से एग्रीकल्चर में ग्रेजुएशन किया है। भदरी रियायत के अंदर पॉलीथिन के प्रयोग पर भी प्रतिबंध है।