पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार बंसल ने बताया कि हर्षवर्धनसिंह पुत्र महेन्द्रसिंह सिसोदिया निवासी सांतनु विहार पुलिस थाना वायडी नगर मंदसौर मप्र यहां एनसीबी में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है। शहर निवासी खुशी और साथी प्रियांशु राठौर ने मिलकर हर्षवर्धनसिंह पर एसिड अटेक कर जान से मारने की योजना बनाई। इसके तहत 28 नवंबर को खुशी ने हर्षवर्धन को एनएच 56 पर बगवास से आगे बुलाया। इस पर वह कार लेकर पहुंचा। वहीं खुशी और प्रियांशु एसिड लेकर शहर से मोटर साइकिल से रवाना होकर बगवास से आगे चित्तौड़गढ़ रोड पर पहुंचे। जहां पर खुशी को प्रियांशु ने छोड दिया और उसको बताया कि हर्षवर्धन के साथ उसकी कार में पीछे बैठ जाना। उसे बातों में उलझाकर उस पर ऐसिड से हमला कर देना। वह बाइक लेकर पीछे-पीछे आएगा। योजना के अनुसार हर्षवर्धन को चित्तौड़गढ़ रोड पर बुलाया। वहीं खुशी कार में बैठ गई और आगे चलने को कहा। जबकि खुशी पीछे की सीट पर बैठी हुई थी। खुशी अपने साथी प्रियांशु को मैसेज करते हुए अपडेट दे रही थी। जिसकी भनक हर्षवर्धन सिंह को लगी।
इस पर उसने गाडी वापस प्रतापगढ़ की तरफ घुमाने लगा। इतने में खुशी ने अपने बैग से एसिड की बोतल निकालकर हर्षवर्धन पर एसिड डाल दिया। अपने साथ लाई एक लकडी से हर्षवर्धन के सीने पर हमला किया। कार के ब्रेक लगाने से पीछे-पीछे आ रहा प्रियांशु मोटरसाइकिल सहित कार में टकरा गया। टक्कर लगने से कार का पीछे का कांच टूट गया। वहीं प्रियांशु के सिर में चोट लगी। बताया जा रहा है कि साथी प्रेमी को सच्चा प्यार दिखाने के लिए प्रेमिका ने पूर्व प्रेमी पर ये अटैक किया था। इसके बाद सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। जहां घायल हर्षवर्धन को चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। वहीं पुलिस ने दोनों को थाने लाई। थाना प्रभारी दीपक बंजारा ने बताया कि मामले को देखते हुए बांसवाडा से मोबाइल फोरेंसिक यूनिट बुलवाई। टीम ने हषवर्धन की कार से साक्ष्यों का संकलन किया गया। गाडी से एसिड की बोतल एवं एक लकडी जिसमें किलें लगी हुई थी, को जब्त किया गया। वहीं मामले में खुशी और प्रियांशु को गिरफ्तार किया गया।