बता दें कि दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ( JNU ) में छात्र-छात्राओं पर हुए हमले के खिलाफ सोमवार को टीएमसी की ओर से पश्चिम बंगाल के बर्दवान में एक विरोध रैली का आयोजन किया गया था। इस रैली में पश्चिम बंगाल के मंत्री स्वपन देबनाथ, बर्दवान जिला परिषद के उप सभापति देबू टुडू समेत कई अन्य टीएमसी नेता उपस्थित थे। इसी रैली में विवादित टीएमसी नेता ने बीजेपी के खिलाफ बयान दिया था।
तृणमूल पार्टी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (
CM Mamata banerjee ) ने भी जेएनयू में छात्रों और शिक्षकों के खिलाफ हिंसा की निंदा की। ममता बनर्जी ने ट्वीट किया कि हम जेएनयू के छात्रों आैर शिक्षकों के खिलाफ हिंसा की कड़ी निंदा करते हैं। इस तरह के घिनौने कृत्य को बयां करने के लिए पर्याप्त शब्द नहीं हैं। हमारे लोकतंत्र पर शर्म है।
जेएनयू कैंपस ( JNU Campus ) के अंदर कुछ नकाबपोश लोग घुस आए और लड़कियों, शिक्षकों सहित छात्रों को डंडों और लोहे की रॉड से पीटकर घायल कर दिया। कम से कम 20 छात्रों को गंभीर चोट के साथ एम्स में भर्ती कराया गया जिनमें जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष भी शामिल हैं।