नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) की कद्दावर नेता और पूर्व विदेश मंत्रीसुषमा स्वराज का मंगलवार देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन ( Sushma Swaraj Passes Away ) हो गया। 67 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। सुषमा स्वराज के निधन से पूरा देश स्तब्ध है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री पीएम मोदी ( PM Narendra Modi ) समेत देशभर के तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने सुषमा स्वराज के निधन गहर शोक व्यक्त किया।
राज्यसभा में भी सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ( M Venkaiah Naidu )ने सुषमा के निधन पर शोक पत्र पढ़ा और बाद में दो मिनट का मौन रखा गया।
सदन में मौन आमतौर पर सुषमा स्वराज की बुलंद आवाज से गूंजने वाला सदन बुधवार को मौन था। कभी शायरना अंदाज तो कभी विरोधियों को तीखे प्रहार, राज्यसभा का हॉल सुषमा की प्रखर आवाज का गवाह रहा, लेकिन बुधवार को यहां भी सन्नाटा था।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सदन की अग्रणी आवाजों में शुमार रहने वाली वाणी के विलीन हो जाने पर न सिर्फ दुख व्यक्त किया बल्कि सुषमा के निधन पर शोक पत्र भी पढ़ा। बाद में वेंकैया नायडू ने राज्यसभा में सभी सदस्यों के साथ दो मिनट का मौन भी रखा। ये मौन था तो सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने का जरिया लेकिन इस मौन में भी सदन के हर कोने से उनके तेजस्वी व्यक्तित्व वाली प्रखर आवाज हर किसी के कानों में गूंज रही थी।
नायडू ने कहा कि सुषमा स्वराज के असामयिक निधन पर राष्ट्र ने एक सक्षम प्रशासक, एक प्रभावी सांसद एवं लोगों की सच्ची आवाज खो दी है।
दो दिन का राजकीय शोक हरियाणा और दिल्ली की सरकारों ने पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी वरिष्ठ नेता रहीं सुषमा स्वराज के निधन पर गहर दुख जताते हुए दो दिन के राजकीय शोक की घोषणाएं की हैं।
हरियाणा जहां सुषमा की कर्मभूमि रही वहीं राजधानी दिल्ली उनकी कर्मभूमि रही। यही वजह है कि दोनों सरकारों ने सुषमा स्वराज के निधन पर दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की।
Hindi News / Political / सुषमा स्वराज के निधन पर राज्यसभा में मौन, हरियाणा और दिल्ली ने की दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा