आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में चुनाव से पहले फोड़ा आरक्षण बम
RSS Chief Mohan Bhagwat ने फिर छेड़ा आरक्षण का राग
इसके पक्षधर और विरोधी सौहार्दपूर्ण माहौल में करें विचार
भाजपा को बिहार में करारी हार का सामना करना पड़ा था
नई दिल्ली। महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ( RSS Chief Mohan Bhagwat ) ने एक बार फिर आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनके इस बयान से एक बार फिर सियासी तापमान बढ़ सकता है।
इससे पहले 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भागवत ने आरक्षण के मुद्दे को उठाया था। विपक्ष द्वारा इस मुद्दे को उठाने की वजह से भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था।
राम माधव का बड़ा बयान: जम्मू-कश्मीर में थ्री नेशन थ्योरी समाप्त, हालात सामान्यआरक्षण पर सौहार्दपूर्ण तरीके से बातचीत आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ( RSS Chief Mohan Bhagwat ) ने एक कार्यक्रम में कहा था कि जो आरक्षण के पक्ष में हैं और जो इसके खिलाफ हैं उन्हें इस मुद्दे पर विचार करना चाहिए। संघ प्रमुख ने कहा कि उन्होंने आरक्षण ( Reservation ) पर पहले भी बात की थी लेकिन तब इस पर काफी बवाल मचा था। सियासी बवाल की वजह से आरक्षण का मुद्दा मूल उद्देश्य से भटक गया था।
भागवत ने कहा कि जो आरक्षण के पक्ष में हैं, उन्हें इसका विरोध करने वालों के हितों को ध्यान में रखते हुए बोलना चाहिए। वहीं जो इसके खिलाफ हैं उन्हें भी वैसा ही करना चाहिए।
राजनाथ सिंह ने इमरान खान को दी चेतावनी, कहा- बदल सकती है ‘नो फर्स्ट यूज’ परमाणु नीतिबिहार में भाजपा की हुई थी करारी हार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने 2015 में संघ प्रमुख के बयान के जरिए बिहार में सियासी माहौल को पूरी तरह बदल दिया था। लालू यादव अपनी हर रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख ( RSS Chief Mohan Bhagwat ) पर सीधा निशाना साधते हुए कहते थे कि अगर किसी में हिम्मत है तो वह आरक्षण ( Reservation ) खत्म करके दिखाए।
लालू के इन बयानों से आरजेडी और जेडीयू गठबंधन ( RJD-JDU alliance ) को जबरदस्त फायदा मिला था। वहीं भाजपा का बिहार में बना बनाया सियासी माहौल बिगड़ गया और करारी हार का समाना करना पड़ा था।
सामान्य वर्ग के लिए 40.5 फीसदी आरक्षण बता दें कि भारत में फिलहाल अनुसूचित जाति को 15 फीसदी, अनुसूचित जनजाति को 7.5 फीसदी, ओबीसी यानी पिछड़ी जातियों के लिए 27 फीसदी और गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण मिल रहा है। बाकी बची 40.5 फीसदी नौकरियां सामान्य जातियों के लिए हैं।
Hindi News / Political / आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में चुनाव से पहले फोड़ा आरक्षण बम