OBC Reservation Bill: पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले मोदी सरकार ने चला मजबूत राजनीतिक दांव, विपक्ष ने भी किया समर्थन
गौरतलब है कि गत मंगलवार को राज्यसभा में हंगामा कर रहे कांग्रेस के एक सांसद ने मेज पर चढक़र आसन की ओर रुल बुक फेंक दी। राज्यसभा की कार्यवाही इस तरह पांच बार बाधित हुई और अंत में सदन को स्थगित करना पड़ा। बुधवार को नायडू ने हंगामे की घटना पर बोलते हुए कहा कि लोकतंत्र के मंदिर में हुई बेअदबी के कारण वह रातभर सो नहीं पाए। मंगलवार को जो सदन में हुआ, वह लोकतंत्र के खिलाफ है। संसद लोकतंत्र का सर्वोच्च मंदिर होता है। इसकी पवित्रता पर आंच नहीं आने देना चाहिए।कपिल सिब्बल ने सोमवार को डिनर पर भाजपा को हराने का प्लान बनाया और मंगलवार को कांग्रेस के ही खिलाफ बोलने लगे
अब आगे क्याराज्यसभा में हंगामा करने वाले सांसदों पर कार्रवाई हो सकती है। गत मंगलवार को कांग्रेस के सांसद प्रताप सिंह बाजवा और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह मेज पर खड़े गए थे। बाजवा ने रुल बुक आसन की ओर फेंक दी थी। हालांकि, यह सब सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद हुआ था।
दूसरी ओर, लोकसभा के सभापति ओम बिरला ने कहा कि मानसून सत्र के दौरान सदन में उम्मीद के मुताबिक काम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि इस सत्र में कम काम होने से दुखी हूं। सांसदों को उच्च मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। सदन सबकी सहमति से चलता है। उन्होंने बताया कि लोकसभा में सिर्फ 22 प्रतिशत ही काम हुआ। सदन सिर्फ 21 घंटे ही चली, जिसमें 20 बिल पास हुए। इसके साथ ही लोकसभा को तय समय से दो दिन पहले ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया।
दूसरी ओर, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार ने सदन में पेगासस पर चर्चा का मौका नहीं दिया। अंतिम दिन तक चर्चा नहीं हुई। सरकार राज्यसभा और लोकसभा में अलग-अलग बयान देती रही।