दरअसल, कांग्रेस ने हर विधानसभा क्षेत्र में एक वरिष्ठ नेता को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। बता दें दौसा में प्रमोद जैन भाया को जिम्मेदारी दी गई है। झुंझुनूं में गोविंदराम मेघवाल को, रामगढ़ में भजनलाल जाटव को, देवली-उनियारा में हरिमोहन शर्मा को, खींवसर में उदयलाल आंजना को, चौरासी में सुखराम विश्नोई को, सलूंबर में अशोक चांदना को चुनावी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
चुनावी तैयारियों को मिलेगी रफ्तार
कांग्रेस के इन सीनियर पर्यवेक्षकों का काम क्षेत्र में चुनावी प्रचार को संगठित करना, स्थानीय कार्यकर्ताओं को चार्ज करना और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ तालमेल बैठाकर चुनावी रणनीति तैयार करना होगा।
दिल्ली में टिकटों को लेकर हो रहा मंथन
उधर, राजस्थान में उपचुनाव के उम्मीदवारों को लेकर दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेताओं का मंथन चल रहा है। दिल्ली के पंजाब भवन में राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और नेता विपक्ष टीकाराम जूली में लंबी मंत्रणा हुई है। सूत्रों के मुताबिक बैठक में दो सीटों पर गठबंधन करने और नहीं करने पर भी लंबी चर्चा हुई है। वहीं, सचिन पायलट ने भी उपचुनाव को लेकर प्रभारी रंधावा से दिल्ली में मुलाकात की है।
बुधवार को लगाए थे संगठन प्रभारी
गौरतलब है कि बीते बुधवार को भी कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा उपचुनावों को लेकर संगठन प्रभारी और चुनाव प्रभारियों की नियुक्ति की थी। इसमें 14 संगठन प्रभारी और 28 चुनाव प्रभारी लगाए हैं। इसके साथ ही इलेक्शन, मीडिया और वॉर रूम कमेटियों का भी गठन किया गया था।