विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस (
devendra fadanvis ) ने बहिर्गमन का नेतृत्व किया। इस दौरान उन्होंने महा विकास अघाड़ी ( Maharashtra Vikas Aghadi ) गठबंधन को किसान विरोधी सरकार बताते हुए इस दिन को राज्य के इतिहास का काला दिन करार दिया।
देश के 16 राज्यों में टूटेगा सर्दी का रिकॉर्ड, इस बार नलों में जम जाएगा पानी फडणवीस ने जोर देकर कहा, “महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार हमने ऐसा भाषण देखा है। मुख्यमंत्री भूल गए कि वह सदन में खड़े हैं या शिवाजी पार्क में किसी रैली को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने किसानों को प्रति हेक्टेयर 25,000 रुपये के मुआवजे के बारे में भी नहीं बताया, जो उन्होंने वादा किया था।”
सदन में विपक्ष पर तंज कसते हुए ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार बात कम करती है और काम अधिक करती है। उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार प्रतिबद्ध है और वह तब तक आराम नहीं करेंगे, जब तक कि किसानों के सभी ऋण माफ नहीं हो जाते।
इस दौरान उन्होंने ‘अच्छे दिन’, ‘विकास’, प्रत्येक भारतीय के बैंक खाते में 15 लाख, दो करोड़ नई नौकरियों का सृजन, विमुद्रीकरण के बाद काला धन बाहर लाना, जीएसटी लागू करना, आर्थिक मंदी जैसे अधूरे वादों की याद दिलाते हुए भाजपा पर तीखा हमला किया। इस दौरान विपक्ष ने उनके आरापों व कटाक्ष को चुपचाप सुना।
सबसे बड़ा खुलासा, पीएम मोदी की हत्या की साजिश रह रहे 19 लोग मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट फडणवीस ने कहा कि यह एक किसान विरोधी सरकार है और इसे अपने वादों से पीछे हटने की आदत है। इसके बाद विपक्ष ने सदन से बहिर्गमन किया।