समान धर्म विपक्षी दलों का एकजुट होना समय की मांग – रालोद सुप्रीमो
पटना में विपक्षी दलों की बैठक में शामिल न होने के लिए रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी ने माफी मांगते हुए एक पत्र लिखा कि आगामी 23 जून 2003 को पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में अपने पूर्व निर्धारित पारिवारिक कार्यक्रम के चलते मैं हिस्सा न ले सकूंगा। उन्होंने आगे कहा आज देश में अधिनायकवादी और साम्प्रदायिक शक्ति जिस तरह लोकतंत्र तथा सामाजिक समरसता के लिए खतरा पैदा कर रही हैं। उसे देखते हुए समानधर्म विपक्षी दलों का एकजुट होना समय की मांग है।
उद्देश्य की सफलता के लिए शुभकामनाएं – जयंत चौधरी
जयंत चौधरी ने आगे कहा, देश की अहम समस्याओं और चुनौतियों पर संवाद कर समूचा विपक्ष जनता के सामने एक दूरगामी, व्यावहारिक योजना प्रस्तुत कर सकता है। ऐसे हम मिलकर युवा, महिलाएं, किसान और वंचित समाज की आकांक्षाओं और विश्वास के साथ देश में सार्थक परिवर्तन ला सकते हैं। मुझे विश्वास है कि यह बैठक विपक्षी एकता की राह में एक महत्वपूर्ण पद सिद्ध होगी। उद्देश्य की सफलता के लिए शुभकामनाएं।
महबूबा मुफ्ती पटना पहुंची, ममता, केजरीवाल और भगवंत मान भी आज ही पहुंचेंगे
सबसे पहले गुरुवार सुबह जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पटना पहुंची। पटना हवाई अड्डे पर उनकी आगवानी बिहार सरकार की मंत्री शीला मंडल ने की। महबूबा मुफ्ती के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिलने का कार्यक्रम है। बताया जाता है कि गुरुवार को ही ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के पहुंचने की संभावना है।
घिसे-पिटे प्रयोग के परिणाम से जनता वाकिफ – उपेंद्र कुशवाहा
विपक्षी दलों की इस बैठक पर रालोजद अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने निशाना साधते हुए अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा कि सत्ताधारी दल से इतर देश के समक्ष कोई नया वैकल्पिक मॉडल प्रस्तुत किए बिना सिर्फ नकारात्मकता को आधार बनाकर बनाई गई विपक्षी एकता का हश्र मध्यावधि चुनाव के रूप में 1977 और 1989 में देश देख और भुगत चुका है। एकबार फिर उसी तरह के घिसे.पिटे प्रयोग के परिणाम से जनता वाकिफ है।
विपक्षी दलों की बैठक पर पूरे देश की नजरें
पटना में हो रही विपक्षी दलों की बैठक पर पूरे देश की नजरें टिकी हुई हैं। बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद रहेंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता के लिए लगातार कोशिशें कर रहे हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में जो भी दल प्रभावी है सभी मिलकर उसका साथ दें।