आतंकी देश की दोस्ती क्यों चाहता है भारत
ताज्जुब की बात तो यह है कि भारत न केवल पाकिस्तान को आतंकी मुल्क मानता है, बल्कि वैश्विक मंच पर भी उसको आतंक पोषित देश बताने में कोई कसर शेष नहीं छोड़ता। फिर चाहे ब्रिक्स सम्मेलन हो या फिर जापान के पीएम शिंजो अबे का भारत दौरा भारत ने हर बार पाकिस्तान के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की है। यहां तक कि यूएन महासभा की 72वीं बैठक में भाग लेने गई विदेशी मंत्री सुषमा स्वराज के निशाने पर भी पाकिस्तान ही है। फिर सवाल यह उठता है कि आखिर जब भारत पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को पूरी तरह से आतंक पोषित देश मान चुका है और पूरे विश्व से भी मनवाना चाहता है, फिर ऐसे में ऐसे देश की दोस्ती चाहना कहां तक सार्थक है।
क्यों आ रहे विरोधाभासी बयान
वहीं यूएन महासभा की बैठक में भाग लेने न्यूयॉर्क पहुंची विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अभी तक वापस भी नहीं लौटी हैं, कि सत्ताधारी पार्टी के सिपहसिलारों के अलग-अलग सुर सुनाई पड़ रहे हैं। बता दें कि बीजेपी सरकार में नितिन गड़करी सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री हैं। इसके साथ ही नितिन न केवल आरएसएस के करीबी समझते जाते हैं, बल्कि वह भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।